नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि जजों को विवादों में नहीं घसीटा जाना चाहिए. दरअसल उन्होंने कुछ दिन पहले उन्होंने इंटरनेशनल ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी की तारीफ की थी जिसके बाद विपक्ष ने इस पर काफी सवाल खड़े किए थे.


शुक्रवार को जस्टिस मिश्रा की अध्यक्षता में दो जजों की एक बेंच दिल्ली के खान मार्केट में एक प्ले स्कूल को सील करने पर सुनवाई कर रही थी और वरिष्ठ वकील व कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी स्कूल की ओर से दलील दे रहे थे. हालांकि कोर्ट उनकी दलीलों से सहमत नहीं हुआ और सीलिंग के आदेश पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज कर दी.


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सुनवाई के दौरान सिंघवी ने कहा कि ये प्ले स्कूल खान मार्केट के दूसरी ओर है, ये तीन साल से चल रहा है और यहां रहने वाले कई लोगों के बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई करते हैं इसलिए इसे सील नहीं किया जाना चाहिए.


इस पर जस्टिस मिश्रा ने कहा कि क्या आप भी खान मार्केट के पास रहते हैं. इस पर सिघवी बोले कि मैंने 30 साल पहले लुटियंस छोड़ दिया था हालांकि ये अच्छी जगह है.


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उन्होंने कहा कि यहां कई अच्छी कॉफी शॉप हैं और मैंने कई जजों को इसी मार्केट में शॉपिंग करते देखा है.


इस पर जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि जजों को विवादों में नहीं घसीटा जाना चाहिए. मैं आपके लिए भी अच्छे शब्द बोल सकता हूं लेकिन इससे कुछ दूसरे लोगों को परेशानी होने लगेगी और वे आरोप लगाना शुरू कर देंगे.


मिश्रा ने कहा कि किसी की तारीफ करने को अच्छी भावना के तौर पर लिया जाना चाहिए.


आपको बता दें कि बीती 22 फरवरी को जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा था कि नरेंद्र मोदी दूरदर्शी व्यक्ति हैं. उन्होंने पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसनीय दूरदृष्टी और बहुमुखी प्रतिभा वाला ऐसा नेता बताया जिनकी सोच वैश्विक स्तर की है, लेकिन स्थानीय हितों को अनदेखा नहीं करते.