Google ने नीति आयोग के पूर्व अधिकारी को न्यू इंडिया पॉलिसी हेड बनाया- रिपोर्ट
Google Appoints New India Policy Head: अर्चना गुलाटी ने इससे पहले 2014 और 2016 के बीच, भारत के एंटीट्रस्ट बॉडी, कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में काम किया था.
Google Appoints New India Policy Head: अल्फाबेट इंक के Google ने भारत में एक नए पब्लिक पॉलिसी हेड का रिक्रूटमेंट किया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, भारत में गूगल के लिए हॉयर किए गए इस नए पब्लिक पॉलिसी हेड का नाम अर्चना गुलाटी है, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संघीय थिंक-टैंक और देश के एंटीट्रस्ट वॉचडॉग में काम किया है. उन्होंने दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों द्वारा भारत सरकार के कई अधिकारियों को काम पर रखा है.
अर्चना गुलाटी एक लंबे समय से भारत सरकार की कर्मचारी हैं, जिन्होंने मार्च 2021 तक पीएम मोदी के संघीय थिंक टैंक, नीति आयोग में डिजिटल संचार के लिए एक संयुक्त सचिव के रूप में काम किया है, जो एक ऐसा निकाय है जो सरकार की नीति बनाने के लिए महत्वपूर्ण है. इससे पहले साल 2014 और साल 2016 के बीच, उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, भारत के एंटीट्रस्ट बॉडी, कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में काम किया था.
Google India के एक प्रवक्ता ने रायटर को इस खबर की पुष्टि की, लेकिन ज्यादा जानकारी नहीं दिया. इसके साथ ही अर्चना गुलाटी ने भी इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. वहीं इस खबर के सूत्र ने भी अपनी पहचान नहीं बताई क्योंकि कंपनी ने अभी इस नियुक्ति को सार्वजनिक नहीं किया है. भारत का एंटीट्रस्ट वॉचडॉग वर्तमान में स्मार्ट टीवी, इसके एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ-साथ इन-ऐप पेमेंट सिस्टम के मार्केट में Google के व्यावसायिक आचरण को देख रहा है.
राजीव अग्रवाल भी मेटा के पॉलिसी हेड
इसके पहले साल 2021 में फेसबुक (जिसे अब मेटा प्लेटफॉर्म्स के नाम से जाना जाता है) ने राजीव अग्रवाल को हायर किया था. आपको बता दें कि राजीव अग्रवाल भी भारत की संघीय और राज्य सरकारों में कई अहम पदों पर कई सालों तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं. कंपनी ने उन्हें भी अपना पॉलिसी हेड बनाया है.
आनंद झा को वॉलमार्ट ने किया था हॉयर
एक अन्य पूर्व भारतीय एंटीट्रस्ट और फेड्रल सरकार के अधिकारी आनंद झा साल 2019 में वॉलमार्ट के पदाधिकारी बनाए गए थे. यहां पर उनकी जिम्मेदारी वॉलमार्ट के लिए भारत के सार्वजनिक नीति अधिकारी के तौर पर हुई थी. मौजूदा समय वो भारत में ब्लैकस्टोन के लिए सरकार से रिलेशनशिप बनाए रखने का काम करते हैं.
यह भी पढ़ेंः
UP और उत्तराखंड में 21 सालों से था इस बात का विवाद, CM योगी ने ऐसे किया निपटारा