Twitter को छोड़ गूगल, फेसबुक, व्हॉट्सएप ने आईटी मंत्रालय से ब्योरा साझा किया
सरकार के सूत्रों ने साफ़ कर दिया है कि भारत में रह कर, भारत के क़ानून के मुताबिक़ ही रहना होगा, अगर देश के क़ानून का पालन कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफ़ोर्म नहीं करता है तो उस पर भारतीय क़ानून के मुताबिक़ करवाई करने के लिए स्वतंत्र है.
नई दिल्लीः सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म के भारतीय क़ानून और नियमों के पालन को लेकर सरकार और ट्विटर के बीच तनातनी और बढ़ती बाज़ार आ रही है. प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रो के मुताबिक़ अब तक सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफ़ोर्म की तरफ़ से नियम के मुताबिक़ अधिकारियों की नियुक्ति की है लेकिन ट्विटर ने अभी तक नियमो के मुताबिक़ करवाई नहीं की है.
सूत्रों के मुताबिक़ अधिकांश प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सूचना प्रौद्योगिकी के मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता के नियम, 2021 के अनुसार अपने मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल संपर्क व्यक्ति और शिकायत अधिकारी का विवरण इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के साथ साझा किया है.
सूत्रों के मुताबिक़ प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जैसे कू, शेयरचैट, टेलीग्राम, लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि ने नए नियमों की आवश्यकता के अनुसार मंत्रालय के साथ विवरण साझा भी किये है.
सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ ट्विटर अभी भी नियमों का पालन नहीं कर रहा है. कल सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया के बाद, ट्विटर ने कल देर रात एक संदेश भेजा, जिसमें भारत में एक कानूनी फर्म में काम कर रहे एक वकील का नोडल संपर्क व्यक्ति और शिकायत अधिकारी के रूप में विवरण साझा किया गया था.
जबकि नियमों के अनुसार महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनियों के ये नामित अधिकारी, कंपनी के कर्मचारी होने चाहिए और भारत में निवासी होने चाहिए. ट्विटर ने अभी तक मुख्य अनुपालन अधिकारी का विवरण मंत्रालय को नहीं भेजा है.
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