गोरखनाथ मंदिर पर हमले को लेकर अब आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी का ISIS के साथ आतंकी कनेक्शन सामने निकल कर आया है. इन नये खुलासों के बीच यूपी एटीएस लगातार मुर्तजा से पूछताछ कर रही है और उससे मिली जानकारी के अनुसार उसके सहयोगियों की धरपकड़ में जुटी हुई है. इस क्रम में वह यूपी से लेकर नेपाल बॉर्डर तक लगातार छापेमारी कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार एटीएस की टीम ने नेपाल सीमा से सटे नौतनवा में स्थानीय पुलिस के सहयोग से एक गेस्ट हाउस में छापेमारी कर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए संदिग्ध बनारस की आईडी से गेस्ट हाउस में रुके हुए थे. अब एटीएस इनसे पूछताछ कर रही है.
एटीएस सूत्रों के मुताबिक़ मुर्तज़ा के मोबाइल की कॉल डिटेल से पता चला है कि मुर्तजा का सहारनपुर के अब्दुल रहमान के संपर्क में था जिसे एटीएस ने हिरासत में ले लिया है. घटना के दिन दोनों के बीच बातचीत हुई थी. यही नहीं दोनों के बीच रोजाना कई बार बात होती थी और दोनों ने एक साथ नेपाल की यात्रा भी की थी.
आईएसआईएस ने भारत में अपने स्लीपर सेल होने का किया था दावा
वहीं करीब 13 दिन पहले आतंकी संगठन ISIS ने एक वीडियो और तस्वीरें जारी कर ये दावा किया था कि भारत में ISIS के चार स्लीपर सेल काम कर रहे हैं. तस्वीरों में आतंकी हाथ में उसी तरह के हथियार लिए हुए दिख रहे हैं, जिस तरह के हथियार लेकर मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर पहुंचा था और सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया था.
ये भी खुलासा हुआ है कि मुर्तजा ISIS से जुड़े वीडियो देखता था. अब जांच एजेंसियां इस हमले के ISISI कनेक्शन की जांच कर रही हैं. इतना ही नहीं पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुर्तजा एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाता था. इस ग्रुप में यूपी के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों से लेकर नेपाल तक लोग जुड़े हुए थे. एटीएस की टीम ने ग्रुप के सदस्यों की पड़ताल कर उनकी धरपकड़ की शुरुआत कर दी है.
जांच एजेंसियां कर रहीं हैं पूछताछ
एटीएस कानपुर, नोएडा, संभल और शामली समेत अन्य जगहों से उठाए गए कई युवक व्हाट्सएप ग्रुप के ही सदस्य थे. मुर्तजा के ग्रुप से जुड़े सदस्यों से एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियां पकड़ कर पूछताछ करने की कोशिश कर रही हैं.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक,अब्बासी ने मुंबई में अपनी शिक्षा पूरी की है जिसके बाद उसने कुछ समय के लिए जामनगर में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम किया था. मंगलवार को जांचकर्ताओं ने कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिलों के विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जहां अब्बासी हाल में ठहरा था. इसके अलावा मुंबई और गुजरात के जामनगर में भी दल भेजे गए हैं.