Gorakhnath Temple Attack: आरोपी मुर्तज़ा को आतंकियों ने दिए जिहादी सेल एक्टिव करने के निर्देश, 'ऑपरेशन मंसूबा' की हो रही थी तैयारी
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तज़ा अब्बासी को जिहादी सेल फिर से एक्टिव करने के लिए आतंकी आकाओं से निर्देश मिले थे.
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तज़ा अब्बासी मामले में चल रही जांच में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. जांच में अब सामने आया है कि मुर्तज़ा को जिहादी सेल फिर से एक्टिव करने के लिए आतंकी आकाओं से निर्देश मिले थे. सूत्रों के मुताबिक, आतंकी आकाओं के निर्देश के बाद मुर्तज़ा 'ऑपरेशन मंसूबा' की तैयारी कर रहा था.
मुर्तज़ा अब्बासी को यूपी एटीएस ने आतंकी संगठन का सदस्य बताया है. एटीएस ने कहा कि वो आतंकी गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल रहा है. साथ ही मुर्तजा लगातार आतंकी संगठनों के लिए फंड इकट्ठा कर रहा था. ताजा जानकारी के मुताबिक, मुर्तुजा अब्बासी पर UAPA लगाया गया. सूत्रों के मुताबिक, UAPA की 16, 18, 20 और 40 धाराए मुर्तजा अब्बासी पर लगाई गईं हैं. धारा 16 आतंकवादी कार्य के लिए सजा के तहत लगाई गई. साजिश रचने के लिए धारा 18, आतंकवादी संगठन का सदस्य बनने के लिए धारा 20 और आतंकी संगठन के लिए फंड जुटाने के अपराध में धारा 40 लगाई गई.
एनआईए ने साल 2009 से अब तक करीब 91 जिहादी सेल का खात्मा किया है. इनमें से 63 मामले 2015 में सामने आए तो वहीं 24 केस अकेले आईएस से जुड़े हुए थे. इनमें 23 जिहादी सेल कश्मीर से भी जुड़े मिले थे जबकि 43 दूसरी जगहों से थे. एनआईए की जेहादी सेल की कार्रवाई के बाद मुर्तज़ा को फिर से उसे एक्टिव करने के लिए कोड दिए गए थे.
पूछताछ के आधार पांच संदिग्ध हिरासत में
बता दें, गोरखनाथ मंदिर हमले का आरोपी अहमद मुर्तज़ा अब्बासी यूपी एटीएस की गिरफ्त में है. इस मामले में फिलहाल मुर्तज़ा अब्बासी से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के आधार पर ATS ने गोरखपुर से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है. ये सभी लोग कट्टरपंथी थे और इन्हें मुर्तज़ा की हर गतिविधि की जानकारी थी.
मुर्तज़ा ने एटीएस को पूछताछ में बताया कि वह चाहता था कि देश में शरिया कानून लागू हो जाये. वहीं उसने गोरखनाथ मंदिर पर धारदार हथियार से हमला करने की वजह क्रूरता दिखाना बताया. उसने कहा कि उसकी मंशा यह भी थी कि गोरखनाथ मंदिर पर हमला कर हाइप क्रिएट किया जाए ताकि लोगों के अंदर डर बैठ सके.
एटीएस को मिली मुर्तज़ा के एप्पल मैकबुक लैपटॉप
वहीं इस मामले में एटीएस को मिली मुर्तज़ा के एप्पल मैकबुक लैपटॉप और मोबाइल की मिरर इमेज. इनकी पड़ताल में पता चला है कि मुर्तज़ा संदिग्ध लोगों से बातचीत करने में VOIP कॉल या फेसटाइम का इस्तेमाल करता था. इसके अलावा उसके अकाउंट में सीरिया में जिस एकाउंट में पैसा गया उसे ट्रेस करने में रही ATS को दिक्कत हो रही है. लैपटॉप पर मिली जानकारी से पता चला कि मुर्तज़ा के छह फेसबुक अकाउंट में से एक अकाउंट से अरबी भाषा में भी चैट की जा रही थी. फिलहाल अरबी भाषा में किए गए चैट को समझने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है.
क्या है मामला
रविवार (3 अप्रैल) देर रात 30 साल के आईआईटी स्नातक अहमद मुर्तज़ा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की और जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे पीएसी के दो जवान घायल हो गए. हालांकि अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे फौरन पकड़ लिया और हमले में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार जब्त कर लिया था. गोरखनाथ मंदिर परिसर में मंदिर के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास भी है. हालांकि हमले के वक्त वह मंदिर परिसर में मौजूद नहीं थे.
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