गोरखपुर: ऑक्सीजन की कमी की वजह से बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार हुए थे डॉ. कफील, 8 महीने बाद मिली जमानत
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्टर कफील खान को जमानत दे दी है. कफील खान पिछले आठ महीनें से जेल में बंद थे.
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इलाहाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉक्टर कफील खान को जमानत दे दी है. कफील को पिछले साल बीआरडी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से बच्चों की मौत मामले में गिरफ्तार किया गया था. कफील खान पिछले आठ महीनें से जेल में बंद थे. कफील की गिरफ्तारी काफी विवादों में रही थी.
Allahabad High Court grants bail to Dr Kafeel Khan. He was booked in connection with death of children due to lack of oxygen at Gorakhpur's BRD Medical College. (File Pic) pic.twitter.com/H9bEhksHiT
— ANI UP (@ANINewsUP) April 25, 2018
कफील को पिछले साल दो सितंबर को आपराधिक षड्यंत्र, गैर-इरादतन हत्या की कोशिश और विश्वास का आपराधिक उल्लंघन सहित कई अन्य ंमामलों में गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि पिछले साल दस और ग्यारह अगस्त को ऑक्सीजन की कमी की वजह से बीआरडी अस्पताल में छत्तीस बच्चों की मौत हो गई थी. उस दौरान कफील खान ने काफी तारीफें बटोरी थी लेकिन बाद में उन्हें एनआईसीयू प्रमुख के पद से हटा दिया गया था.
जब बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत हुई थी, तब खबर आई थी कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने पर डॉ. कफील ने निजी तौर पर कोशिश करके कई बच्चों की जान बचाई. बताया गया था कि जब ऑक्सीजन की कमी की खबर आई थी तब वो फौरन अपनी गाड़ी से अपने एक दोस्त डॉक्टर के अस्पताल पहुंचे और वहां से ऑक्सीजन के 3 जंबो सिलेंडर लेकर सीधे बीआरडी हॉस्पिटल आ गए.
लेकिन इस घटना के बाद सीएम योगी ने अस्पताल का दौरा किया और इसके बाद ही कफील पर कार्रवाई की गई. आरोप है कि डॉ कफील सरकारी अस्पताल की नौकरी करते हुए भी अपनी पत्नी के अस्पताल से पूरी तरह जुड़े रहे और वहां प्रैक्टिस करते रहे. हालांकि डॉ कफील के रिश्तेदार इस आरोप को गलत बता रहे हैं. कफील ने सरकारी नौकरी ज्वाइन करते वक्त प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करने का हलफनामा दिया था. कफील अहमद की पत्नी डॉक्टर शबिस्ता खान गोरखपुर में MEDISPRING CHILDREN HOSPITAL चलाती हैं.
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