Gorakhpur Attack: गोरखपुर मंदिर हमला मामले में यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अवनीश अवस्थी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और एटीएस चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अवनीश अवस्थी ने कहा, गोरखपुर मामला एक साजिश का हिस्सा है और इसे आतंकवादी घटना कहा जा सकता है. एटीएस और एसटीएफ इसकी जांच करेंगे. फिलहाल लैपटॉप और मोबाइल की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, जिन सुरक्षाकर्मियों ने हमले को नाकाम किया है, उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने 5 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया है. 


वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि हमले के दौरान कुछ धार्मिक नारे लगाए गए. दो लोगों को चोटें भी आई हैं. पुलिस ने हमला करने वाले जिस शख्स को गिरफ्तार किया, उसका नाम अहमद मुर्तजा है, जो गोरखपुर का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि उसने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की है. उसके पास से जो चीजें बरामद हुई हैं, उसे देखते हुए ही कहा जा सकता है कि यह गंभीर साजिश है और इसको आतंकी घटना से इनकार नहीं कर सकते. 





एडीजी ने आगे कहा कि जो दस्तावेज मिले हैं, वो सनसनीखेज हैं. गिरफ्तार शख्स के खिलाफ गोरखपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है. आगे जो भी डेवलपमेंट होंगे, उसी हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. एडीजी ने यह भी बताया कि अगर यह शख्स अंदर पहुंच जाता तो स्थिति बेकाबू हो जाती. आज हमलावर न्यायिक हिरासत में जाएगा और उसका इलाज भी कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि हम सभी एजेंसियों की मदद लेंगे और जहां जहां इस हमलावर ने ट्रैवल किया है, उसकी जांच करेंगे. अगर वह विदेश गया होगा, तो उसकी भी जांच की जाएगी. यह भी बताया जा रहा है कि आईबी, एआईए भी मामले की जांच में जुटी हैं. 


क्या है मामला


गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के साउथ गेट पर रविवार शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में घुसने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो कॉन्स्टेबल को धारदार हथियार से घायल कर दिया. सुरक्षाकर्मियों के पकड़ने की कोशिश में वह शख्स भी घायल हो गया. गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्‍च पीठ है और उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ इस पीठ के महंत हैं.


गोरखपुर जोन (क्षेत्र) के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अखिल कुमार ने बताया कि हमले में आरक्षी गोपाल कुमार गौड़ और अनिल पासवान घायल हो गए. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. 


मंदिर के गेट के पास तैनात एक ट्रैफिक कांस्टेबल रमेश सिंह ने बताया, "हमें समझ में नहीं आया कि वह अचानक क्यों आया और मंदिर के गेट पर तैनात पीएसी कांस्टेबल पर हमला कर दिया."


गोरखनाथ मंदिर के कर्मचारी विनय कुमार गौतम ने कहा कि एक व्यक्ति ने मंदिर के गेट पर एक धार्मिक नारा लगाया और दो पीएसी कांस्टेबल को धारदार हथियार से घायल कर दिया और वह हथियार को गमछा में छिपा रहा था.


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