गोरखरपुर के गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे वैसे हर दिन इस मामले में नये खुलासे हो रहे हैं. इसी दौरान आज यानी शुक्रवार को एटीएस ने मुर्तज़ा के घर से बरामद अरबी भाषा की किताब में मिले रहस्यों को आज सुलझाया है. 


दरअसल मुर्तजा देश से बाहर बैठे आतंकियों से बात करने के लिए अरबी भाषा का इस्तेमाल करता था. इस किताब में उसने कई शब्दों को मार्कर से हाईलाइट किया हुआ था. काफी मशक्कत के बाद अब जांच एजेंसी ने इनमें से कई शब्दों के कोर्ड वर्ड को खंगालने में सफलता पाई है. दरअसल मुर्तजा को आतंक के रास्ते पर ले जाने वाले कोड आतंकियों से बातचीत करने के लिए होते थे. अरबी कोड से जांच एजेंसियों को उस पर शक भी नहीं होता था.


क्या हैं आतंक के ये सात कोड


अरबी कोड नंबर 1


رحلة طيران


मुंबई,दिल्ली या देश के बाहर फोन पर बात करते वक़्त फ्लाइट शब्द को अरबी में पुकारा जाता था


rihlat tayaran शब्द का प्रयोग होता था जिसका मतलब फ्लाइट होता था.किताब में अरबी में लिखे फ्लाइट शब्द को मार्कर से हाईलाइट किया गया था


अरबी कोड नंबर 2


الجهاد


मुर्तज़ा से जब भी कोई आतंकी ब्रेनवाश होने के बाद आतंकी घटना को अंजाम देने की तैयारी के बारे में बात करता तो उस वक़्त अरबी भाषा मे जिहाद शब्द का प्रयोग किया जाता था


aljihad शब्द का प्रयोग बातचीत में होता था और किताब पर अरबी में लिखे शब्द को मार्कर से हाईलाइट किया गया था


अरबी कोड नंबर 3


سماء
मुर्तज़ा से जब कोई आतंकी कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए उकसाता था तो जन्नत शब्द का प्रयोग अरबी भाषा मे करता था


sama शब्द का प्रयोग बातचीत में होता था एयर किताब पर मार्कर से शब्द को हाईलाइट किया गया था


अरबी कोड नंबर 4


عبد الله
मुर्तज़ा को जब भी उसके साथी फोन करते थे या संदेश भेजते थे तो उसका नाम न लेकर अरबी में अल्लाह का बाँदा कहते थे


eabd allah शब्द का प्रयोग बातचीत में करते थे और किताब में मार्कर से इस शब्द को भी हाईलाइट किया गया था


अरबी कोड नंबर 5


ضيف


मुर्तज़ा से जब भी कोई आतंकी मिलने आता था या मुर्तज़ा खुद मिलने जाता था तब उसको अरबी में संदेश जाता था कि मेहमान आ रहा है.


dayf नाम का संदेश मुर्तज़ा को भेजा जाता था जिसका मतलब मेहमान होता है


अरबी कोड नंबर 6
بخشيش


मुर्तज़ा के साथ जब भी फंडिंग से संबंधित कोई बातचीत होती थी तो उसको अरबी में संदेश जाता था कि बख्शीश भेज दी गयी.


bikhashish शब्द का संदेश मुर्तज़ा को मिलता जिसका मतलब बख्शीश होता था


अरबी कोड नंबर 7


بق الفراش


मुर्तज़ा के साथ जब भी कोई आतंकी बात करता था तो जांच एजेंसी या पुलिस वालों से सावधान या उनके मंसूबे डिस्क्लोज़ न हो जाये इसलिए खटमल को फटकने नही देना का अरबी शब्द प्रयोग होता था जिसमे पुलिसकर्मियों को खटमल कहते थे


baq alfirash शब्द का प्रयोग होता था जिसका हिंदी मतलब खटमल होता है.


कट्टरपंथियों के लिये डिजाइन कर रहा था जरिमा नाम का जेहादी एप


यूपी एटीएस की जांच में ये खुलासा हुआ है कि मुर्तज़ा कट्टरपंथियों  के कहने पर जरिमा नाम का जेहादी एप डिजाइन कर रहा था. जरिमा का अरबी अनुवाद जुल्म होता है. एप डिजाइन करने का मकसद इस एप के जरिए उन लोगों को जोड़ना था जो जिहाद के रास्ते पर आना चाहते हैं या जिन्हें लगता था कि मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है. केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद मुर्तज़ा ने एप डेवलपर का कोर्स भी किया था.


बीरभूम हिंसा: TMC नेता भादू शेख की हत्या मामले की जांच करेगी CBI, कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिए निर्देश


यूपी में आसाराम के आश्रम के अंदर कार से बरामद हुआ लड़की का शव, 4 दिन पहले हुई था लापता, मौके पर पहुंची पुलिस