सरकार ने फिर दी चेतावनी: लोग रहें सतर्क, अभी खत्म नहीं हुई है कोरोना की दूसरी लहर
स्वास्थ्य मंत्रालय की ये चेतावनी ऐसे समय में आई है जब देश के अलग अलग हिस्सों से ऐसे तस्वीरें आ रही हैं, जिनमें लोग कोरोना से जुड़े आम नियम मानते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं.
नई दिल्ली: कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चिंता जताए जाने के एक दिन बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और वायरस अभी भी सक्रिय है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ये चेतावनी ऐसे समय में आई है जब देश के अलग अलग हिस्सों से ऐसे तस्वीरें आ रही हैं, जिनमें लोग कोरोना से जुड़े आम नियम मानते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं. मसूरी के मशहूर केम्पटी फॉल का एक वायरल वीडियो इसी का उदाहरण है.
आज स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमित प्रेस कांफ्रेंस में उस वीडियो को मीडिया के सामने भी चलाया गया. प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने इन तस्वीरों पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर लोग नहीं सम्भले तो वायरस को फिर से तेज़ी से पनपने का मौका मिल जाएगा.
हालांकि, मंत्रालय ने दूसरी लहर के दौरान कम हो रहे मामलों पर संतोष भी जताया. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 3-9 जुलाई के बीच प्रतिदिन औसतन 42,100 नए मामले सामने आए, जबकि इससे पहले वाले हफ्ते में 46,258 नए मामले सामने आए थे. हालांकि, मंत्रालय के आंकड़े कुछ चिंताएं भी खड़ी करते हैं.
देश के 90 जिले ऐसे हैं, जहां कुल संक्रमण का 80 फीसदी संक्रमण पाया जा रहा है. इनमें सबसे ज़्यादा 15 जिले महाराष्ट्र के, जबकि 14 केरल के और 12 जिले तमिलनाडु के हैं. ओडिसा, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के 10-10 जिले भी इनमें शामिल हैं.
वहीं 66 जिले ऐसे हैं, जिनमें 2-8 जुलाई के बीच संक्रमण दर 10% या उससे ज़्यादा रही है. इनमें ऊपर के पांच राज्यों में तीन उत्तर पूर्वी राज्य हैं. इनमें अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान के 10-10, मणिपुर के 9, केरल के 8 और मेघालय के 6 जिले शामिल हैं.
मंत्रालय का कहना है कि कोरोना के खिलाफ सावधानी इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि यूके, रूस, इंडोनेशिया और बांग्लादेश जैसे देशों में एक बार फिर कोरोना मामलों की संख्या बढ़ने लगी है. इन देशों में कोरोना से सम्बंधित प्रतिबंधों में हाल ही में ढील दी गई थी. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान खासकर यूरो कप फुटबॉल में जमा हुई दर्शकों की भीड़ दिखाकर बताया गया कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने से हालात गम्भीर हो सकते हैं.