सरकार का दावा, इस हफ्ते से घटने लगेंगे प्याज के दाम
आयात होने वाले वाले और घरेलू प्याज की नई खेप आने से प्याज की आपूर्ति बढ़ने लगी है. जिसके चलते प्याज के थोक भाव में मामूली लेकिन कमी आने लगेगी. 12 दिसंबर को मिश्र से प्याज की पहली खेप पहुंचेगी.
नई दिल्ली: सरकार ने प्याज की कमी को पूरा करने के लिए सबसे पहले मिश्र से 6,090 टन प्याज मंगाने का आदेश जारी किया था. 1,500 टन की इसकी पहली खेप के कल मुंबई बंदरगाह पहुंचने की संभावना है. चूंकि उसके दो दिन बाद ही 1,500 टन की दूसरी खेप भी पहुंच जाएगी लिहाजा सरकार ने प्याज को उतारने और उसकी ढुलाई की तैयारियां पूरी कर ली हैं. मिश्र से आने वाले प्याज की सबसे ज्यादा और सबसे पहली मांग आंध्र प्रदेश से आई है. इसलिए सबसे पहले प्याज वहीं भेजी जाएगी. वैसे जिन राज्यों ने आयात होने वाले प्याज की मांग की है उनमें अभी तक दिल्ली शामिल नहीं है.
' प्याज एक्सप्रेस ' से होगी ढुलाई
प्याज से लदे जहाज के बंदरगाह पहुंचने और फिर उसे बंदरगाह से अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सरकार ने व्यापक तैयारी कर ली है. इस तैयारी में ना सिर्फ उपभोक्ता और वाणिज्य मंत्रालय शामिल है बल्कि रेलवे और जहाजरानी मंत्रालयों को भी शामिल किया गया है. आम तौर पर जहाज बंदरगाह के नजदीक तो पहुंच जाते हैं लेकिन ट्रैफिक के चलते उन्हें किनारे लगने में 2 दिनों तक का समय लग जाता है, लेकिन जहाजरानी मंत्रालय ने प्याज से लदे जहाजों को किनारे लगाने का विशेष इंतजाम किया है. जहाज से प्याज उतारने के बाद उसे जिन मालगाड़ियों के जरिए अपने अपने गंतव्यों तक भेजा जाएगा उसे सरकार के सूत्र अनौपचारिक तौर पर 'प्याज एक्सप्रेस' का नाम दे रहे हैं. पहली 'प्याज एक्सप्रेस' मुम्बई से आंध्र प्रदेश भेजी जाएगी और सूत्रों का कहना है कि पूरे रास्ते उसे बाकी मालगाड़ियों की अपेक्षा प्राथमिकता देने की कोशिश की जाएगी.
घरेलू बाजार से भी आने लगा है प्याज
खरीफ मौसम में बोए जाने वाले प्याज की सप्लाई भी अब धीरे-धीरे शुरू हो गई है. सरकारी एजेंसी नैफेड ने राजस्थान और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों से प्याज की खरीद शुरू कर दी है. उम्मीद है कि घरेलू प्याज की ये फसल भी जल्द ही बाजार में पूरी तरह पहुंचने लगेगी. खरीफ का मौसम मानसून पर निर्भर रहता है और इस साल बारिश में देरी के चलते पहले तो बुवाई में देरी हुई और फिर कटाई के पहले बेमौसम बरसात ने राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा दिया था. अब सरकार को उम्मीद है कि विदेशी और घरेलू प्याज की आवक से दाम तेजी से सामान्य की ओर बढ़ेंगे.
ये भी पढ़ें-
खुलासा: SBI ने करीब 12 हजार करोड़ के फंसे कर्ज का ब्योरा छुपाया