नई दिल्ली: सरकार ने तमाम अटकलों को खारिज़ करते हुए कहा है कि संसद बजट सत्र अपने तय समय पर खत्म होगा. पिछले कुछ दिनों से संसद के गलियारों में इस तरह की चर्चा चल रही थी कि लगातार गतिरोध और हंगामे के चलते सरकार सत्र को समय से पहले ही समाप्त कर देगी लेकिन सरकार ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है.
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार के मुताबिक, ''ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि समय से पहले सत्र खत्म हो जाएगा. कांग्रेस का ये दुष्प्रचार और सदन नहीं चलने देना, दोनों ही लोकतंत्र के खिलाफ है. सरकार ने 6 अप्रैल तक बजट सत्र का समय निर्धारित किया है और हमारा इरादा उसे तबतक चलाने का है भले ही कॉंग्रेस, टीडीपी और एआईएडीएमके हंगामा करके संसद नहीं चलने दे.'
दरसअल 5 मार्च से बजट सत्र का दूसरा भाग शुरू हुआ है तबसे आजतक संसद में कोई कामकाज नहीं हो सका है. पीएनबी घोटाला और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने के मामले पर संसद ठप्प पड़ गयी है. गतिरोध को खत्म करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सभी दलों की एक बैठक भी बुलाई थी जिसमे कोई हल नहीं निकल सका. कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार की ओर से संसद के गतिरोध को खत्म करने की कोई कोशिश ही नहीं की गई जबकि सरकार उल्टे कॉंग्रेस पर पीएनबी घोटाले पर चर्चा से भागने का आरोप लगा रही है.
अबतक बजट सत्र के दूसरे भाग में केवल बजट और वित्त विधेयक पारित करने का ही काम हो सका है. वो भी ज़बर्दश्त हंगामे के बीच. ऐसे में अब सवाल ये भी उठने लगे हैं कि क्या 6 अप्रैल तक सत्र ऐसे ही चलता रहेगा या फिर गतिरोध खत्म भी होगा.