नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंद पड़ती आर्थिक वृद्धि और निवेश में तेजी लाने के इरादे से कंपनियों के लिये कई उपायों की घोषणा की है. वित्त मंत्री ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का एलान किया है. सरकार ने नया कॉरपोरेट टैक्स 25.17 फीसदी तय किया गया है. साथ ही कंपनियों को कोई और टैक्स नहीं देना होगा. वित्त मंत्रालय ने कैपिटल गेन पर भी सरचार्ज खत्म कर दिया है. इससे उन कंपनियों को राहत मिली है जो भारतीय हैं और मैन्युफैक्चरिंग हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये घोषणाएं उस वक्त की हैं जब चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर छह साल के निचले स्तर 5 प्रतिशत पर आ गयी है. इन घोषणाओं से निवेश को प्रोत्साहन मिलने और रोजगार सृजन को गति मिलने की उम्मीद है.
नई घरेलू कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों पर भी लागू होगी छूट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कॉरपोरेट टैक्स घटाने का प्रस्ताव है. घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स घटेगा. बिना किसी छूट के इनका इनकम टैक्स 22% होगा. वहीं, सरचार्ज और सेस के साथ ये टैक्स 25.17% रहेगा. उन्होंने कहा कि हम आज घरेलू कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स घटाने का प्रस्ताव रखते हैं. यह छूट नई घरेलू कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों पर भी लागू होगा. कॉरपोरेट टैक्स घटाने के मामले में ऑर्डिनेंस पास हो गया है.
5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना सरकार का लक्ष्य- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि हमारी सरकार अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन बनाने के लिए संकल्पित है. पीएम मोदी ने कहा कि देश में बिजनेस का बेहतर माहौल बनाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, "पिछले कुछ सप्ताह में हमारी सरकार ने जो कुछ कदम उठाए हैं उससे साफ होता है कि हमारी सरकार व्यापार के लिए बेहतर वातावरण और देश में 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए संकल्पित है.''
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सरकार के फैसले से गदगद उद्योग जगत
कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि कॉरपोरेट टैक्स 25 फीसदी की कटौती बड़ा सुधार है. यह भारतीय कंपनियों को अमेरिका की तरह कम कर के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देगा. यह दर्शाता है कि हमारी सरकार आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है. यह साहसिक और प्रगतिशील कदम है''
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रिजर्व बैंक के गवर्नर ने सरकार के फैसले के बाद भरोसा जताया
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सरकार के फैसले के बाद भरोसा जताया कि दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़े बेहतर होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने फिर से खर्च करना शुरू कर दिया है. इससे पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर के आंकड़े बेहतर होंगे. दास ने कॉरपोरेट कर की दरें कम करने की सरकार की घोषणा का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा कदम है और इससे सभी क्षेत्रों को लाभ होगा.
दास ने आंकड़ों के सकारात्मक रहने की स्थिति में रेपो दर में अभी और कटौती की संभावना पर भी जोर दिया. हालांकि उन्होंने सरकार को राजकोषीय विस्तार शुरू करने को लेकर सजग किया. उन्होंने तत्काल संरचनात्मक सुधारों की भी अपील की.
सेंसेक्स ने पुराने सारे रिकॉर्ड किए ध्वस्त
सरकार के इस फैसले के एलान के बाद से ही शेयर बाजार में लगातार तेजी जारी रही. सेंसेक्स में 2200 अंकों से अधिक की तेजी दर्ज की गई जो कि पिछले 10 सालों में एक दिन सबसे अधिक है. सेंसेक्स अभी 38,299 के ऊपर चल रहा है. निफ्टी में भी तेजी जारी है और यह 11,357 से आगे चल रहा है. बाजार में उछाल के बाद रुपए में भी तेजी देखने को मिली है यह 66 पैसे चढ़कर 70.68 रुपये पर पहुंच गया है.
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सरकार की घोषणाओं के बाद आएगा मार्केट में पैसा- एक्सपर्ट
आर्थिक मामलों के जानकार धीरेंद्र कुमार ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि वित्त मंत्रालय की इन घोषणाओं के बाद शेयर बाजार में और भी उछाल देखा जा सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की इन घोषणाओं के बाद अब कंपनियों में ज्यादा पैसा रूकेगा, जिससे मार्किट में भी पैसा आएगा.
निवेश की स्थिति बेहतर होने पर संदेह- विपक्ष
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कॉरपोरेट टैक्स की दर कम किए जाने के सरकार के कदम का शुक्रवार को स्वागत किया, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इससे निवेश की स्थिति बेहतर होने पर संदेह है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का यह कदम भारतीय उद्योग जगत में पैदा हुआ डर दूर नहीं होगा. रमेश ने ट्वीट कर कहा, ''पिछले बजट के तीन महीनों के बाद और आगामी बजट के चार महीने पहले मोदी सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स की दर में कटौती की है. इस कदम का स्वागत है, लेकिन इस पर संदेह है कि इससे निवेश की स्थिति बेहतर हो जाएगी.''
कॉरपोरेट को मोदी सरकार ने दिया तोहफा
सरकार के एलान के बाद अब कॉरपोरेट टैक्स की दर 22 फीसदी हो गई है. वित्तमंत्री ने कहा कि एक अक्टूबर के बाद बनने वाली घरेलू विनिर्माण कंपनियां बिना किसी प्रोत्साहन के 15 प्रतिशत की दर से आयकर भुगतान कर सकेंगी. इन कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स की दर 17.01 प्रतिशत होगी. कंपनियों को अब दो प्रतिशत सीएसआर की राशि आईआईटी, एनआईटी और राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं पर खर्च करने की भी छूट दी गयी है.