बकरीद का त्यौहार अब बस कुछ दिनों की दूरी पर है पर त्यौहार से पहले कोविड के असर के चलते इस बार मुंबई में बकरीद त्यौहार को लेकर दुविधा है. पिछले साल भी सरकार की तरफ से कोई गाइडलाइन नहीं आई और त्यौहार धूमधाम और जोरो शोरो से नहीं मना इस बार भी अब तक कोई त्योहार की एसओपी नहीं आई है.
मुस्लिम समाज दुविधा में है. गणपति उत्सव को लेकर कल एसओपी जारी कर दी गई है जिसके बाद मुंबई में मुस्लिम समाज के नेता और एसपी से विधायक अबू आजमी सवाल खड़े कर रहे हैं कि मुसलमानों के संग भेदभाव हो रहा है.
मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात ना होने पर अबू आजमी खफा
कोविड-19 ने हर त्योहार का रंग खराब कर रखे हैं पिछले साल तो ज्यादातर त्यौहार बिना मनाए ही या बेहद कम रंगों के संग लोगों ने बनाए थे. इस साल भी त्योहारों में कंफ्यूजन है. मुंबई बकरीद का त्योहार नजदीक है पिछले बार त्यौहार में परमिशन नहीं मिली तो चोरी छुपे लोगों ने त्यौहार मनाया. इस बार शहर में कोविड-19 कंट्रोल में है तो लोग उम्मीद में है कि त्यौहार कुछ खुशियों के संग मना पाएंगे पर अब तक बकरीद को लेकर कोई एसओपी जारी नहीं हुई है.
अब एसओपी जारी नहीं हुई है तो राजनेताओं पर आम जनता का प्रेशर बढ़ रहा है. इसी कड़ी में मुंबई में समाजवादी पार्टी से विधायक अबू आजमी एसओपी जारी करने को लेकर राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कोशिश कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री से मिल सके मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे से मिल सके पर कहीं मुलाकात नहीं हो पा रही जिससे अबू आजमी बेहद खफा है.
माइनॉरिटी को सुनने वाला इस सरकार में कोई नहीं है- अबू आजमी
अबू आजमी का आरोप है कि गणपति उत्सव को लेकर एसओपी जारी कर दी है. सरकार ने मेजोरिटी को खुश कर लिया पर माइनॉरिटी को सुनने वाला इस सरकार में कोई नहीं है. आज़मी खुद ही सरकार को समर्थन करते हैं और उनका कहना है कि पिछली बार शरद पवार जी से मुलाकात की थी उन्होंने भी त्यौहार मनाने को लेकर सकारात्मक पहल दिखाई पर मुख्यमंत्री ने बात नहीं मानी.
इस बार मुख्यमंत्री बात नहीं मान रहे हैं पिछली बार लोग चोरी छुपे त्योहार मनाने को मजबूर थे और अगर इस बार भी नहीं किया तो लोग मजबूर चोरी-छिपे आखिरकार कोशिश करेंगे. अबू आजमी राज्य सरकार से खफा है और मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कह रहे हैं कि पहले भी इस कुर्सी पर मुख्यमंत्री जो बैठे हैं उन्होंने मुस्लिमों की मांग का ख्याल रखा है पर उद्धव ठाकरे सुनने को तैयार नहीं है. अबू आजमी अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं पर बकरीद को लेकर कोई एसओपी जारी हो लेकिन सरकार से कोई अपडेट न होने के चलते मुंबई में मुस्लिम समाज दुविधा में है.
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