नई दिल्ली: चीन में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत ने अपने नागरिकों को बाहर निकालने की तैयारी तेज कर दी है. इस कड़ी में भारत ने जहां चीन से दो विशेष फ्लाइट भेजने की इजाजत मांगी है. वहीं, चीन के सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में मौजूद भारतीयों को निकालने के लिए उनसे सहमति-पत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता के मुताबिक बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास निकासी मिशन के लिए चीनी प्रशासन की विभिन्न एजेंसियों के साथ संपर्क में है. साथ ही हुबेई में मौजूद भारतीयों के साथ भी लगातार संपर्क बनाए हुए है. चीन सरकार से इजाजत मिलने के बाद भारतीयों को बाहर निकालने के जरूरी कदम उठाने जाएंगे.
इस बीच सूत्रों के मुताबिक बीजिंग में भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के आंकड़े जमा करने के साथ ही उनसे सहमति पत्र लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस कड़ी में हुबैई में मौजूद सभी नागरिकों से निर्धारित प्रारूप में भारतीय नागरिकों से उनके स्वास्थ्य, चीन में मौजूदा पते के साथ ही निकासी योजना के लिए सहमति लिखित में देने को कहा गया है. सूत्र बताते हैं कि इस कवायद के जरिए चीन से भारत लौटने के इच्छुक लोगों की सही संख्या और स्थिति जानने में मदद मिलेगी. महत्वपूर्ण है कि हुबेई प्रांत में भारतीय नागरिकों की संख्या 500 से ज्यादा है और इसमें से अधिकतर वूहान में रहते हैं जो इस वायरस संक्रमण का केंद्र है.
सूत्रों के मुताबिक निकासी विकल्प की सुविधा उठाने के इच्छुक भारतीय नागरिकों को एक टोकन जारी किया जाएगा. अपने सहमति पत्र और टोकन की प्रति दिखाने पर ही वो विशेष विमान सेवा का इस्तेमाल कर चीन से भारत लौट सकेंगे. इतना ही नहीं चीन से रवानगी के पहले और भारत पहुंचने पर सभी लोगों को स्वास्थ्य जांच से भी गुजरना होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय यह साफ कर चुका है कि चीन से भारत लौटने वाले सभी लोगों को एक विशेष संगरोधन प्रक्रिया से गुजरना होगा. करीब 14 दिनों की इस संगरोधन प्रक्रिया में इन लोगों को स्वास्थ्य निगरानी में रखा जाएगा. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह प्रक्रिया बचाव प्रक्रिया का हिस्सा है. इसके लिए दिल्ली के आखिल भारतीय अयुर्विज्ञान संस्थान और राम मनोहर लोहिया समेत कुछ चिकित्सा संस्थानों को चिह्नित किया गया है.
इतना ही नहीं सरकार ने आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक दवाई की भी एक फेहरिस्त जारी की है जो कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से बचाव में सहायक हो सकती है. हालांकि, इन दवाओं को चिकित्सकों के परामर्श के साथ ही लेने की सलाह दी गई है.
बता दें कि चीन में इस वायरस की चपेट में आने से अबतक 125 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी तक चीन के वुहान शहर में सबसे अधिक 3554 इस वायरस के मामले पाए गए हैं. इस शहर में 500 के करीब भारतीय रहते हैं.
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