गयाः बिहार में आज से बसों का परिचालन कई दिशा-निर्देशों के साथ फिर से शुरू हुआ, लेकिन गया जंक्शन से पटना जाने वाली बसों में तमाम नियम कायदों की धज्जियां उड़ती नजर आईं. इन बसों में लोगों की भारी भीड़ दिखी. सोशल डिस्टेंसिंग की किसी ने परवाह नहीं की. यहां तक बसों के छतों पर बड़े के साथ बच्चे भी चढ़ गए.


गया जंक्शन पर विभिन्न राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों को लेकर निजी बसें खचाखच भरकर जा रही थीं. बस के लगते ही सभी प्रवासी मजदूर बस की ओर दौड़ पड़ते, जिसे जहां सीट मिली वह वहीं बैठ गया, जिनको सीट न मिली वे बसों के अंदर खड़े हो गए. तो कई लोग बसों के ऊपर बैठे गए. बसों के छतों पर लोगों को बैठे देख कई बच्चे भी छत पर जा बैठें.


बसों में चढ़ने से पहले न तो लोगों के हाथों को सैनिटाइज किया गया और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखा गया. प्रवासियों को भी घर जाने की जल्दी थी और बस ड्राइवरों को भी पहुंचाने की जल्दी थी.


इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी जनार्दन कुमार ने बताया की परिवहन विभाग के सचिव द्वारा जो गाईडलाइन जारी की गई है, उसी के अनुरूप बसों को चलाया जा रहा है. वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने और बसों के छतों पर यात्रा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जिला प्रसाशन है. अगर परिवहन विभाग को इसकी जानकारी मिलती है, तो विभाग कार्रवाई करेगा.


कोरोना संक्रमण के बीच बिहार सरकार ने कोरोना लॉकडाउन 5.0 की घोषणा कर दी है. हालांकि इस बीच सरकार ने लोगों को राहत देते हुए कई दिशा निर्देश जारी किए हैं. नीतीश सरकार ने बिहार में सोमवार से राज्य के अंदर बस समेत सभी पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को चलाने की अनुमति दे दी है.


बिहार: तेजस्वी यादव ने अमित शाह की डिजिटल रैली पर साधा निशाना, कहा- सरकार की आत्मा भी डिजिटल हो चुकी है