यूक्रेन मे फंसे हिमाचली विद्यार्थियों के परिजनों ने उनके प्रति अपनी चिंता जताते हुए सरकार से आग्रह किया है कि फंसे विद्यार्थियों की देश वापसी की कोशिश ओर अधिक तेज की जाए ताकि जल्द से जल्द बुरी परिस्थितियों में फंसे छात्र सुरक्षित लौट आए.
यूक्रेन में मुश्किल परिस्थितियों में फंसे छात्रों के परिजन आज शिमला में एकत्रित हुए और पत्रकारों से बातचीत में फंसे छात्रों के हालात बयां किए. शिमला जिला के चौपाल के आर्यन किमटा ने बताया कि उनके छोटे भाई युक्रेन में फंसे है जबकि एक बहन देश लौट चुकी है. उन्होंने बताया कि उनकी लगातार अपने भाई से बातचीत हो रही है और यह जानकारी मिल रही है कि वहां छात्रों के हालात लगातार बदतर होते जा रहे है.
यूक्रेन में बिगड़ते जा रहे हैं हालात
प्रदेश के कई छात्र युक्रेन मे मुश्किलों में फंसे हैं और जैसे -जैसे दिन बीतते जा रहे है हालात बिगड़ते जा रहे है. ये जानकारी देते हुए शिमला से स्टूडेंट काउंसलर अनिरुद्ध ठाकुर ने बताया कि उनके सहयोग से कई छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए जाते है और अभी भी कई छात्र वहां फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि वे लगातार छात्रों से संपर्क में है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द बुरी परिस्थितियों में फंसे छात्रो की घर वापसी के प्रयास तेज किए जाए ताकि वे सुरक्षित लौट आएं.
सुरक्षित कॉरिडोर तलाशने की कोशिश कर रही है सरकार
यूक्रेन में जंग की तबाही के बीच बुधवार को दिल्ली में रूस के राजदूत ने कहा कि उनकी सरकार सुरक्षित-कोरिडोर तलाशने की कोशिश कर रही है और इस पर काम करना शुरू कर दिया है. रूसी राजदूत ने खारकीव में मारे गए भारतीय छात्र, नवीन की मौत पर दुख जताते हुए घटना की जांच की बात कही है. रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने यूक्रेन युद्ध पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि रूसी सेना जो हमले कर रहे है, वे सिर्फ और सिर्फ यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर हैं.
कीव टीवी टॉवर पर हमले से पहले दी थी चेतावनी
रूसी सेना रिहायशी इलाकों या फिर यूक्रेन के निवासियों को निशाना नहीं बना रही है. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन की राजधानी कीव के टीवी टावर पर किया गया हमला ही रिहायशी इलाके पर था. इसके अलावा किसी भी रिहायशी या सिविलियन बिल्डिंग को निशाना नहीं बनाया गया है. कीव के टावर पर हमले से पहले भी रूस ने पहले से अलर्ट कर दिया था और नागरिकों को दूर रहने की चेतावनी दी थी.