Omicron Threat In India: देश में ओमिक्रोन के खतरे को लेकर एक्शन में सरकार, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लेंगे पीएम मोदी
Omicron Threat: प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने कोविड के नए वेरिएंट पर एक उच्चस्तरीय बैठक में ओमिक्रोन की रोकथाम और प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की समीक्षा की गई थी.
Prime Minster Covid Review Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में वह देश के राज्यों में कोरोना और ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में ओमिक्रोन से रोकथाम के लिए चर्चा की जाएगी. गौरतलब है कि इस समय देश में कोविड ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं.
पिछले महीने भी अधिकारियों के साथ हुई थी बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पिछले महीने भी कोविड के इस नए वेरिएंट को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. उस बैठक में ओमिक्रोन की रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया उपायों, दवाओं की उपलब्धता सहित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की समीक्षा की गई थी.
इस दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder), वेंटिलेटर (Ventilator), पीएसए संयंत्र, आईसीयू (ICU), ऑक्सीजन बेड (Oxygen Bed), मानव संसाधन, आईटी हस्तक्षेप और टीकाकरण (Vaccination) की स्थिति की समीक्षा की गई थी. अधिकारियों ने उच्च टीकाकरण कवरेज और ओमिक्रोन वेरिएंट की उपस्थिति वाले देशों में मामलों में वृद्धि के अवलोकन के साथ नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्तर पर उभरते हालात के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी दी थी.
देश में कुछ कम हुई कोविड संक्रमण की रफ्तार
वहीं देश में कोविड की बढ़ती रफ्तार के बीच एक राहत भरी खबर यह है कि आज देश में कोविड के मामलों में कुछ कमी आई है. पिछले 24 घंटे के दौरान 1 लाख 68 हजार 63 नए केस सामने आए हैं जबकि 277 लोगों की मौत हो गई. कल की तुलना में आज कोरोना के नए केस में 6.4 फीसदी की कमी आई है. सोमवार को 1 लाख 79 हजार नए केस सामने आए थे.
कोविड-19 रोधी टीके की ‘एहतियाती’ खुराक देने की हुई शुरुआत
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज से वृद्धि के बीच सोमवार को कोविड-19 रोधी टीके की ‘एहतियाती’ खुराक देने की शुरुआत हुई. पहले दिन अन्य बीमारियों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही अग्रिम मोर्चे के नौ लाख से अधिक लोगों को यह खुराक दी गई.