नई दिल्ली: ‘सबका साथ, सबका विकास’ को सरकार का मूल मंत्र बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है और इस बारे में अटल बिहारी वाजपेयी का ‘इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत’ का आह्वान आज भी महत्वपूर्ण है.

देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए अटल जी का आह्वान था- इंसानियत, कश्मीरियत, जम्हूरियत. ‘‘मैंने भी कहा है, जम्मू- कश्मीर की हर समस्या का समाधान गले लगाकर ही किया जा सकता है.’’

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उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है . ’’ उन्होंने कहा कि कश्मीर में हम गोली-गाली से आगे नहीं बढ़ना चाहते बल्कि गले लगाकर आगे बढ़ना चाहते हैं . हम पूरे जम्मू-कश्मीर में समुचित और समान विकास करना चाहते हैं.


मोदी ने कहा कि हमारी सरकार आज भी सबका साथ-सबका विकास की नीति पर आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक इकाइयों को और मजबूत करने के लिए लंबे समय से टल रहे पंचायत और निकाय चुनाव भी जल्द कराये जाने की तैयारी चल रही है.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आतंरिक सुरक्षा के हालात बेहतर हुए हैं . त्रिपुरा, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्‍सों में ऐतिहासिक रूप से शांति है . माओवाद प्रभावित जिलों की संख्‍या 126 से घटकर 90 हो गई है . उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में शांति सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है .