आधार डेटा लीक मामला: प्रेस की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है सरकार- रविशंकर प्रसाद
प्रसाद ने ट्वीटर पर लिखा है, ‘सरकार भारत के विकास के लिए प्रेस की स्वतंत्रता और आधार की सुरक्षा बनाए रखने को प्रतिबद्ध है. एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ है.’
नई दिल्ली: आधार डेटा में सेंध मामले में ट्रिब्यून अखबार पर कार्रवाई को लेकर सरकार की हो रही चौतरफा आलोचना के बीच कानून और आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. प्रसाद ने कहा कि सरकार प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि इस मामले में ‘अज्ञात’ इकाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
प्रसाद ने ट्वीटर पर लिखा है, ‘सरकार भारत के विकास के लिए प्रेस की स्वतंत्रता और आधार की सुरक्षा बनाए रखने को प्रतिबद्ध है. एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ है.’
Govt. is fully committed to freedom of Press as well as to maintaining security & sanctity of #Aadhaar for India's development. FIR is against unknown. I've suggested @UIDAI to request Tribune & it's journalist to give all assistance to police in investigating real offenders.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) January 8, 2018
बता दें कि आधार जारी करने वाली भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के एक उपनिदेशक की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में ट्रिब्यून अखबार की उस पत्रकार का भी नाम भी शामिल है जिसने इस मामले का खुलासा किया था कि मात्र 500 रुपये में आधार की जानकारी लीक हो रही है.
एफआईआर दर्ज कराने पर यूआईडीएआई की काफी आलोचना हुई. इस पर यूआईडीएआई ने कहा कि वे प्रेस की आजादी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता हैं. उनकी पुलिस शिकायत को संवाददाता को रोकने की कोशिश की तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी प्राथमिकी वापस लिए जाने को लेकर सरकार से दखल की मांग की और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. प्रसाद ने कहा, ‘मैंने यूआईडीएआई को सुझाव दिया है कि वे ट्रिब्यून और उसकी पत्रकार से पुलिस को हर संभव मदद करने की गुजारिश करे ताकि वास्तविक दोषियों का पता लगाया जा सके.'