लद्दाख क्षेत्र में पर्यटन और खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए सरकार उठा रही ये कदम
21 जनवरी से शुरू होने वाले पहले लद्दाख विंटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता की शुरुआत के साथ ही नए केंद्र शासित प्रदेश को अपना स्कीइंग एंड माउंटेनरिंग स्कूल भी मिल जाएगा. इस बात की जानकारी केंद्रीय खेल मंत्रालय में कंसलटेंट के तौर पर काम कर रहे कर्नल केजे ढिल्लों ने दी.
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श्रीनगर: लद्दाख क्षेत्र में पर्यटन के साथ-साथ खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इलाके को एडवेंचर टूरिज्म के नक्शे पर लाने के इरादे से जहां एक तरफ विंटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ खेल कूद को बढ़ावा देने के लिए नए एडवेंचर स्पोर्ट इंस्टिट्यूट की भी शुरुआत हो रही है.
21 जनवरी से शुरू होने वाले पहले लद्दाख विंटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता की शुरुआत के साथ ही नए केंद्र शासित प्रदेश को अपना स्कीइंग एंड माउंटेनरिंग स्कूल भी मिल जाएगा. इस बात की जानकारी केंद्रीय खेल मंत्रालय में कंसलटेंट के तौर पर काम कर रहे कर्नल केजे ढिल्लों ने दी और बताया कि केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू इसका उद्घाटन करेंगे.
पहले चरण में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में बने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्कीइंग एंड माउंटैनेरिंग की शाखा खोली जाएगी, जिसको अगले कुछ सालों में अलग केंद्र में बदल दिया जाएगा. ढिल्लों के अनुसार लद्दाख क्षेत्र में स्कीइंग और एडवेंचर खेल के लिए सब कुछ है. यहां छह महीने से ज्यादा समय तक बर्फ रहती है, जहां गर्मियों में भी स्कीइंग हो सकती है. गर्मियों में बारिश न के बराबर होती है, जिसके चलते स्कीइंग एंड माउंटेनरिंग आसानी से हो सकती है.
कारगिल का सड़क संपर्क छह महीने तक ज़ोजिल्ला पर बर्फबारी के चलते कट जाता है और सेना के ऐतराज़ के चलते हवाई अड्डा नहीं बन सका है. इसीलिए यह इलाका खूबसूरत और एडवेंचर के लिए अनुकूल होने के बाद भी पिछड़ा रहा है. लेकिन 2019 में धारा 370 हटने और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद अब केंद्र सरकार की नज़र भी यहां की और ज्यादा पड़नी शुरू हो गई है.
इन खेलों में ना सिर्फ लड़के, पर पहली बार कारगिल और द्रास की लड़कियां भी हिस्सा ले रही हैं और बदले हुए प्रदेश की बदलती छवि को दर्शा रही हैं.
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