अलग-अलग 97 आयटम पर कस्टम ड्यूटी वापस ले सकती है सरकार, घरेलू उत्पाद को बढ़ावा देना है लक्ष्य
इनमें फैब्रिक्स, गेम्स/खेल से जुड़ा सामान, माइक्रोवेव विनिर्माण के लिए मैग्नेट्रॉन, पीसीबी के कलपुर्जे, सेट-अप बॉक्स, राउटर्स, ब्रॉडबैंड मोडम, गर्भनिरोधक और कृत्रिम गुर्दा शामिल है.
नई दिल्ली: सरकार ने सीमा शुल्क छूट की समीक्षा के लिए करीब 97 विभिन्न उत्पादों की पहचान की है. इस बारे में व्यापार और उद्योग निकायों से सुझाव आमंत्रित किए हैं. सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टेक्सेस ने 10 अगस्त सुझाव मांगे हैं. जिन उत्पादों की पहचान की गई है उनमें फैब्रिक्स, गेम्स/खेल से जुड़ा सामान, माइक्रोवेव विनिर्माण के लिए मैग्नेट्रॉन, पीसीबी के कलपुर्जे, सेट-अप बॉक्स, राउटर्स, ब्रॉडबैंड मोडम, गर्भनिरोधक और कृत्रिम गुर्दा शामिल है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 2020-21 के बजट भाषण में कहा था कि मौजूदा सीमा शुल्क अधिसूचनाओं की गहन विचार-विमर्श के बाद आगे और समीक्षा की जाएगी. इसके पीछे जो विचार था वो यह था कि इससे स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और आयात धीमा किया जा सकेगा. इसके साथ ही कच्चे माल तक पहुंच बनाना भी एक लक्ष्य है.
2021-22 के बजट में कपास, प्लास्टिक, चमड़ा, रत्न और आभूषण के साथ-साथ विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ा दिया था, लेकिन घरेलू उत्पादकों की लागत को कम करने के लिए नेफ्था जैसे कुछ प्रमुख कच्चे माल पर शुल्क घटा दिया.
इससे ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी उत्पादों और दूरसंचार उत्पादों जैसे को दिए गए प्रोत्साहन पैकेज को मदद मिलने की भी उम्मीद है. सरकार इस साल 400 से अधिक पुरानी सीमा शुल्क छूट की समीक्षा करना चाहती है और अक्टूबर से एक संशोधित सीमा शुल्क संरचना लागू करना चाहती है.
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