नई दिल्ली: पीएम मोदी के निजी भ्रष्टाचार के बारे में सूचना होने के राहुल गांधी के सनसनीखेज आरोप से हैरान सरकार के शीर्ष मंत्रियों ने इस आरोप को झूठा और आधारहीन करार देकर खारिज कर दिया और जोर देकर कहा कि इससे बड़ा झूठ कुछ नहीं हो सकता.


वरिष्ठ मंत्रियों मनोहर पर्रिकर, अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर पलटवार करते हुए इस आरोप को उनकी निराशा और हताशा का परिणाम बताया और राहुल गांधी से माफी की मांग की.


कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘राहुल गांधी झूठ बोलते हैं. वह बिना आधार के बोलते हैं. संसद में आइये, चर्चा करिये और हमारे जवाब सुनिये. यह वही व्यक्ति हैं जिन्होंने मनमोहन सिंह सरकार के 10 साल तक चुप्पी साधे रखी जब देश को लूटा जा रहा था.’’


इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि उनके पास पीएम मोदी की संलिप्तता वाले निजी भ्रष्टाचार के बारे में सूचना है और इसके कारण उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है.’’


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार द्वारा कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाये गए कदमों से राहुल गांधी बेचैन हो गए हैं. उन्होंने कहा कि बेचैनी के चलते वह ऐसी बातें बोल रहे हैं. केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने निराधार आरोप लगाने के लिए गांधी का उपहास किया और कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बेनकाब हो गए हैं. उन्होंने कहा कि गांधी ने ये आरोप हताशा और निराशा के चलते लगाया है.


प्रसाद ने कहा, ‘‘यदि गांधी के पास कोई सूचना होती, तो वह उसे अब तक बता चुके होते. यह आधारहीन आरोप है. वह ऐसा हताशा में कह रहे हैं. आज वे कह रहे हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है. यह गलत है क्योंकि प्रत्येक दिन कांग्रेस सदस्य सदन के बीचों-बीच आ जाते हैं. अब वह अफवाह फैला रहे हैं और आधारहीन आरोप लगा रहे हैं.