नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्टों की जांच के आदेश दिए हैं. गृह मंत्रालय ने इसके लिए एक इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी का गठन किया है. ईडी के स्पेशल डायरेक्टर जांच की अगुआई करेंगे. गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्टों राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चेरिटबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की वित्तीय सौदे में कथित गड़बड़ी की जांच की जाएगी. इन ट्रस्टों पर आयकर और वित्तीय दान से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.
गृह मंत्रालय के अनुसार, एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के एक स्पेशल डायरेक्टर के नेतृत्व वाले पैनल में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई भी शामिल रहेगी.
बीजेपी ने उठाए थे सवाल
कुछ दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजीव गांधी फाउंडेशन पर चीन से चंदा मिलने का आरोप लगाया था. हालांकि कांग्रेस ने आरोपों को खारिज कर दिया था. कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी चीन से जारी सीमा विवाद के मुद्दे से जनता का ध्यान हटाना चाहती है, इसलिए इस तरह के आरोप लगा रही है.
वहीं हाल ही में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से चंदा मिलने के बाद आयात में दी गई रियायतों के लिए तत्कालीन वाणिज्य मंत्री कमलनाथ की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. कमल पटेल ने इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भी भेजा था.
पत्र में क्या कहा गया था?
कमल पटेल ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही नहीं तत्कालीन यूपीए सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे कमलनाथ ने चीन से आयात हेतु अनापेक्षित रियायत दी थीं, यह भी शक पैदा करता है. कहीं यह उदारता राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली आर्थिक सहायता के कारण तो नहीं दिखाई गई थी. पाकिस्तान उच्च आयुक्त के माध्यम से यदि किसी व्यक्ति विशेष अथवा संस्था को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता दी जाती है तो यह माना जाता है कि वह कहीं न कहीं आतंकवादी गतिविधि में उपयोग हो रही है.
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