नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कहा है कि महिलाएं माहवारी के दौरान भी कोविड-19 से प्रतिरक्षा हेतु टीका ले सकती हैं. सरकार ने कहा कि आज जो हालात हैं उनमें कोरोना वैक्सीनेशन की गति को कम नहीं किया जा सकता.


डॉ. वीके पॉल, सदस्य-स्वास्थ्य, नीती आयोग ने कहा, 'सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या महावारी के दौरान महिलाओं के जरिए टीका लिया जा सकता है. इसका उत्तर है हां, टीका पीरियड्स के दौरान लिया जा सकता है. यह टीकाकरण स्थगित करने का कोई कारण नहीं है.'






डॉ. पॉल ने कहा कि हम इस स्थिति में कोरोना वैक्सीनेशन की गति को कम नहीं होने दे सकते. वास्तव में, टीकाकरण को बढ़ाया जाना चाहिए. डॉ. पॉल ने कहा कि इस कोविड-19 के हालात में कृपया अनावश्यक रूप से बाहर न जाएं और मास्क पहनें. मास्क पहनना बहुत जरूरी है. अपने घर में लोगों को आमंत्रित न करें.


एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा, 'जो भी COVID-19 पाॅजिटिव आता है उसमें ये पैनिक हो जाता है कि कहीं मुझे बाद में ऑक्सीजन और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत न पड़े, इसलिए मैं अभी भर्ती हो जाता हूं. इससे अस्पतालों के बाहर बहुत भीड़ हो जाती है और वास्तविक मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है.'


गुलेरिया ने कहा कि इस पैनिक के कारण लोग घर पर दवाइयां स्टोर करने लगते हैं और इससे बाजार में जरूरी दवाईयों की बेवजह कमी हो रही है. कई लोग सोचते हैं कि कोरोना है तो मैं पहले दिन ही सारी दवाई शुरू कर लेता हूं, इससे साइड इफैक्ट ज्यादा होते हैं.


सरकार ने कहा है कि भारत में अब तक कोविड-19 टीके की 14.19 करोड खुराक दी गई है. 45 साल उम्र से अधिक उम्र के 9.79 करोड़ लोगों को पहली खुराक दी गई. 1.03 करोड़ लोगों को दूसरी खुराक दी गई. 


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