केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ नोवावैक्स टीके की प्रभावशीलता के आंकड़े आशाजनक और उत्साहवर्धक हैं तथा इसके नैदानिक परीक्षण भारत में पूर्ण होने के उन्नत चरण में हैं. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े यह संकेत भी देते हैं कि टीका सुरक्षित व बेहद प्रभावी है.
उन्होंने कहा, “उपलब्ध आंकड़ों से हम जो देख रहे हैं वह यह कि टीका बेहद सुरक्षित व प्रभावी है. लेकिन जो तथ्य आज के लिये इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा.” सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयारी का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और वे व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाने के लिये परीक्षण कर रहे हैं जो पूर्ण होने के उन्नत चरण में है.
उन्होंने कहा, “मैं यह भी उम्मीद करता हूं कि वह बच्चों पर भी परीक्षण शुरू करेंगे जिसमें हम सबकी विशेष तौर पर रुचि है. अगले हफ्ते की शुरुआत से टीकाकरण की गति को नई ऊर्जा मिलेगी जब हम नए सिरे से अपने प्रयासों, राज्यों के प्रयासों को संगठित करेंगे और जमीनी स्तर पर इसका प्रभाव दिखेगा. देश भर में तेजी से टीकाकरण के प्रसार के लिये केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर नए दिशानिर्देश बनाने के लिये टीमें काम कर रही हैं.”
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से टीका निर्माण के लिये करार करने वाली नोवावैक्स इंक. ने सोमवार को कहा कि उसका टीका कोविड-19 के खिलाफ अत्याधिक प्रभावी है और यह वायरस के सभी स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है. कंपनी ने कहा कि टीका कुल मिलाकर करीब 90.4 फीसदी असरदार है और शुरुआती आंकड़ें बताते हैं कि यह सुरक्षित है.