नई दिल्ली: क्या आपको लगता है कि गायों के बारे में आप काफ़ी कुछ जानते हैं? अगर ऐसा है तो अब मोदी सरकार की ओर से आयोजित होने वाली उस परीक्षा में भाग ले सकते हैं जो गायों के बारे में ही होगी. केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय के अधीन आने वाले राष्ट्रीय कामधेनु आयोग इस परीक्षा का आयोजन करेगा. गायों के बारे में इस तरह की परीक्षा देश में पहली बार होने जा रही है.
परीक्षा 25 फरवरी को होगी
देश का कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से इस परीक्षा में शामिल हो सकेगा. जो लोग परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं उन्हें कामधेनु आयोग के वेबसाइट पर रजिस्ट्रशन करवाना होगा. परीक्षा चार वर्गों में होगी. प्राथमिक स्तर पर कक्षा 8 तक के छत्रों के लिए , उसके बाद 9वें से 12वीं तक के छात्रों के लिए, 12वीं से आगे के लिए और चौथा आम लोगों के लिए.
परीक्षा के लिए कोई फीस नहीं लगेगी. हिंदी और अंग्रेज़ी के अलावा परीक्षा 12 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी. प्रश्न पत्र 100 नम्बरों का होगा और सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ ( चार विकल्पों वाला ) होंगे. परीक्षा का एक सिलेबस और पाठ्य सामग्री भी तैयार की गई है जिसे जल्द ही आयोग के वेबसाइट पर डाला जाएगा.
एबीपी न्यूज़ से खास बात करते हुए राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ वल्लभभाई कथेरिया ने कहा कि परीक्षा का मकसद लोगों में गायों के वैज्ञानिक फ़ायदे के बारे में जागरूक करना है. उन्होंने बताया कि भविष्य में ये परीक्षा हर साल ली जाएगी . उन्होंने ये भी बताया कि जो लोग भी परीक्षा में शामिल होंगे उन्हें एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा जबकि पहले तीन स्थानों पर आने वाले लोगों को अवॉर्ड भी दिया जाएगा .
आयोग के अध्यक्ष डॉ कथेरिया ने इस बात का खंडन किया कि परीक्षा का कुछ भी राजनीति या हिंदुत्व के एजेंडे से कोई लेना देना है . उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये ज़रूर चाहते हैं कि भारत के लोगों को देशी गायों की खूबियों के बारे में जानकारी हो.
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