पहला स्वदेशी फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी HAL में सरकार बेच रही है हिस्सेदारी, 5 हजार करोड़ जुटाने की योजना
एचएएल में सरकार की 89.97 प्रतिशत हिस्सेदारी है. प्रत्येक इक्विटी की फेस वेल्यू 10 रुपये है. 55 साल पुरानी कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी 600 करोड़ रुपये है.
नई दिल्ली: भारत का पहला स्वदेशी फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में केंद्र सरकार अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी कम करने का फैसला लिया है. ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 15 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 5 हजार करोड़ रुपये जुटाने की संभावना है. ओएफएस के लिए फ्लोर प्राइस 1001 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है. ये ऑफर फॉर सेल 27-28 अगस्त तक खुला रहेगा.
ओएसएफ के जरिए सरकार ने तीन करोड़ 34 लाख 38 हजार 750 इक्विटी शेयर बेचने की योजना है. कंपनी की 10 फीसदी पेड-अप शेयर पूंजी है. इसके अलावा 5 फीसदी हिस्सेदारी यानी एक करोड़ 67 लाख 19 हजार 375 इक्विटी शेयर ओवरसबस्क्रिप्शन विकल्प के जरिए बेचने का ऑप्शन है.
एचएएल में सरकार की 89.97 प्रतिशत हिस्सेदारी है. प्रत्येक इक्विटी की फेस वेल्यू 10 रुपये है. सरकार ने सीपीएसई ईटीएफ के सातवें अंश के 16,500 करोड़ रुपये समेत अब तक 34,000 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं. 55 साल पुरानी कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी 600 करोड़ रुपये है और 31 मार्च, 2019 तक इक्विटी पूंजी का भुगतान किया जा चुका है.
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