नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की कि सरकार कुपोषण की समस्या से निपटने के प्रयासों के तहत मध्याह्न भोजन जैसी विभिन्न योजनाओं के जरिए गरीबों को वितरित किए जाने वाले चावल को पोषणयुक्त (फोर्टिफाइड) बनाएगी. मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कुपोषण और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण गरीब बच्चों का विकास प्रभावित हो रहा है. इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए गरीबों को दिए जाने वाले चावल को पोषणयुक्त बनाया जाएगा.’’
हर सरकारी योजना के चावल को बनाया जाएगा पोषणयुक्त
मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार 2024 तक हर सरकारी योजना के तहत दिए जाने वाले चावल को पोषणयुक्त बनाएगी, भले ही यह चावल राशन की दुकानों के जरिए मुहैया कराया जाए या फिर मध्याह्न भोजन योजना के तहत उपलब्ध कराया जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि जब सरकार ये लक्ष्य बनाकर चलती है कि हमें समाज की आखिरी पंक्ति में जो व्यक्ति खड़ा है उस तक पहुंचना है तो न कोई भेदभाव हो पाता है न ही भ्रष्टाचार की गुंजाइश रहती है. देश के हर गरीब व्यक्ति तक पोषण पहुंचाना भी सरकार की प्राथमिकता है.
पांच राज्य के एक-एक जिले में प्रायोगिक तौर शुरुआत
वर्तमान में ‘पोषणयुक्त चावल और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से इसके वितरण संबंधी केंद्रीय योजना' के लिए चिह्नित किए गए 15 राज्यों में से पांच राज्य इसे प्रायोगिक आधार पर अपने एक-एक जिले में लागू कर रहे हैं. आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ ने पोषक तत्वों के साथ मिश्रित चावल का वितरण चिह्नित किए गए अपने-अपने जिलों में शुरू कर दिया है.
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