पीएम मोदी की लालकिले से की गई घोषणाओं का रिपोर्ट कार्ड देगी सरकार
इस रिपोर्ट कार्ड में उन वादों और एलानों पर किए गए कामों का ज़िक्र होगा जो पीएम मोदी ने पिछले चार सालों में लाल किले की प्राचीर से किया था.
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार 15 अगस्त के मौके पर देश के सामने रिपोर्ट कार्ड पेश कर सकती है. इस रिपोर्ट कार्ड में उन वादों और एलानों पर किए गए कामों का ज़िक्र होगा जो पीएम मोदी ने पिछले चार सालों में लाल किले की प्राचीर से किया था. इसके लिए अलग-अलग मंत्रालयों से अब तक के उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी गई है.
मंत्रालयों से मांगा गया ब्यौरा 15 अगस्त से पहले मोदी सरकार देश के सामने एक अलग तरीके का रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी. इसके लिए सभी मंत्रालयों से उन क़दमों का ब्यौरा मांगा गया है जो पीएम द्वारा 15 अगस्त को किए गए वादों को पूरा करने से जुड़ा है. इन क़दमों का ब्यौरा इकठ्ठा कर सरकार इसे लोगों तक पहुंचाने की योजना बना रही है. सरकार के सूत्रों के मुताबिक इस कदम के ज़रिए मोदी सरकार की कोशिश लाल किले से किए गए एलानों की जमीनी हकीकत भी पता करने की है.
स्वच्छ भारत और मेक इन इंडिया की हुई थी घोषणा 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी अब तक चार बार लाल किले पर झंडा फहराने के बाद देश को सम्बोधित कर चुके हैं. अपने पहले ही भाषण में पीएम ने 'स्वच्छ भारत मिशन' का एलान किया था. तब उन्होंने देशवासियों के सामने 2019 तक देश को स्वच्छ करने का आह्वान किया था. लालक़िले की प्राचीर से ही पीएम ने 'मेक इन इंडिया' जैसी महत्वकांक्षी योजना का भी एलान किया था.
डिजिटल इंडिया और 2022 तक सबको घर इतना ही नहीं, जिन बड़ी योजनाओं का एलान पीएम मोदी ने लाल किले से किया था उनमें 'डिजिटल इंडिया' भी शामिल है. देश को डिजिटल साक्षर बनाना और पूरे देश को ब्रॉडबैंड से जोड़ना 'डिजिटल इंडिया' योजना का मुख्य लक्ष्य है. वहीं 2022 तक सबको घर देने का वादा भी 15 अगस्त को अपने भाषण में पीएम ने किया था. इसके अलावा प्रमाण पत्रों को राजपत्रित अधिकारियों से सत्यापित करवाने की बाध्यता खत्म करने की घोषणा भी पीएम ने लालकिले से की थी. ग्रुप सी और ग्रुप डी नौकरियों में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षाओं में साक्षात्कार खत्म करने का एलान करने के लिए भी नरेन्द्र मोदी ने लालकिले को ही चुना था.
इस साल के भाषण पर भी है नज़र अगले महीने 15 अगस्त को होने वाला भाषण वर्तमान एनडीए सरकार के मुखिया के तौर पर लालक़िले से दिया जाने वाला नरेंद्र मोदी का आखिरी भाषण होगा. ऐसे में सबकी नजरें इस भाषण पर हैं. अटकलें लग रही हैं कि अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनजर पीएम मोदी कुछ बड़ा एलान कर सकते हैं जिसका सियासी असर भी पड़ेगा.