नई दिल्ली: महबूबा मुफ्ती की अपील पर केंद्र सरकार ने रमजान के महीने में जम्मू कश्मीर में एक तरफा सीज़फायर का एलान किया. लेकिन आतंकियों ने इसके जवाब में भी अपनी कायराना करतूत नहीं छोड़ी. रमजान के महीने में पूरे राज्य में आतंकी घटनाएं हुईं. गृह मंत्रालय के उच्च सूत्रों के मुताबिक सरकार ने फैसला कर लिया है कि ईद के बाद एकतरफा सीजफायर को आगे को खत्म कर दिया जाएगा.
सीजफायर की आखिरी तारीख 16 जून है और सरकार इसे आगे बढ़ाने पर विचार नहीं कर रही है. ईद के बाद सरकार के एक बार फिर जम्मू कश्मीर में पूरी ताकत के साथ ऑपरेशन ऑल आउट शुरू करेगी. रमजान से पहले सेना ऑपरेशन ऑलआउट में कई नामी आतंकियों को ढेर किया था.
सूत्रों के मुताबिक एकतरफा सीज़फायर के समर्थक गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी आतंकी घटनाओं के चलते इसे आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं. बता दें कि कल आतंकियों ने राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या कर दी. बुखारी के साथ उनके दो सुरक्षाकर्मी भी मारे गए. वहीं एक दूसरी घटना में आतंकियों ने राष्ट्रीय रायफल्स के जवान औरंगजेब खान को अगवा कर गोली मार दी थी.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने चार संदिग्धों की तस्वीर जारी की
पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने चार संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं. इसमें तीन संदिग्ध मोटरसाइकिल पर आए थे. इसके अलावा एक चौथे संदिग्ध की तस्वीर भी जारी की गई. जानकारी के मुताबिक ये संदिग्ध शुजात बुखारी के तीसरे पीएसओ की रायफल लेकर भागा था.
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों पर शक
सूत्रों के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने शुजात बुखारी की हत्या की है. जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले की निंदा की है. शुजात बुखारी के भाई सईद बसारत बुखारी महबूबा मुफ्ती के मंत्रिमंडल में हॉर्टिकल्चलर मंत्री हैं. आतंकियों को शह देने वाले पाकिस्तान ने भी बुखारी की हत्या पर दुख जताया है.
यह एक कायरता पूर्ण घटना: राजनाथ सिंह
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कल शुजात बुखारी की हत्या के बाद ट्वीट किया, ''राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या एक कायराना हरकत है. यह कश्मीर की बौद्धिक आवाज को खत्म करने की कोशिश है. वह एक साहसिक और निडर पत्रकार थे. उनकी मौत से बेहद हैरान और दुखी हूं. बहादुर परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.''