नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पटना में रामलीला के मंचन पर रोक लगाए जाने इस इस कदर नाराज़ हैं कि उन्होंने नीतीश कुमार के साथ साथ अपनी ही पार्टी के नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर ही ठीकरा फोड़ दिया. पटना में हर सालराम लीला समिति राम लीला कराती है लेकिन इस साल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इसपर पाबंदी लगा दी है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपनी ही सरकार सवाल खड़े कर दिए.
सरकार की इजाजत ना मिलने के कारण राजधानी पटना में इस साल रामलीला समारोह का आयोजन नहीं होगा. इसे लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ''शायद राज्य कोई बड़ा संकट में होगा, शायद बिहार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री बिहार मे बाढ़ और सुखाड़ की समस्या से कुछ ज्यादा ही चिंतित होंगे, इसलिए इस तरह का काम कर रहे होंगे. धर्म पर बंदिश लगाना धर्म के साथ खिलवाड़ करना है. राम लीला का मंच भगवान राम के होने और बीते हुए दृश्यों का ज्ञात कराता है, मूझे नहीं लगता रामलीला के लिए इजाजात ना देना सही है.''
वहीं गिरिराज सिंह के हमले के बाद रामलीला समिति के अध्यक्ष और जेडीयू के पदाधिकारी कमल नोपनी को बच बच कर बयान देना पड़ रहा है. कमल नोपानी ने कहा कि "सुरक्षा कारणों से रामलीला करने की अनुमति नहीं मिली और उनकी तैयारी भी पूरी नहीं हो पाई थी.'' वहीं गिरिराज सिंह के बयान पर नोपानी ने कहा कि इस मामले को राजनीतिक रूप नहीं देनी चाहिए. रामलीला समारोह नहीं होने से समिति में भी असमंजस और निराशा है, आने वाले दिनों में इस मामले को बीजेपी का एक धड़ा इसे हवा भी देगा.