नई दिल्ली: एलपीजी सिलेंडर की सब्सिडी छोड़ने के लिए सरकार ने GIVE IT UP मुहिम शुरू की और सरकार को इसका फायदा मिला और एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी. अब इस मुहिम को सरकार रेलवे में भी लागू करने की तैयारी कर रही है. जल्द ही आपसे रेलवे टिकट पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ने की अपील की जा सकती है.
पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से शुरू की गई GIVE IT UP मुहिम का देश के एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने समर्थन किया. एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की वजह से सरकार ने अब तक करीब 5 हजार करोड़ रुपये सब्सडी बचा ली है.
जल्द ही इसी तरह का सब्सिडी छोड़ने का विज्ञापन रेलवे भी जारी कर सकता है. रेलवे प्लेटफॉर्म और रेल टिकट पर give it up शब्द लिखा हुआ मिल सकता है. रेलवे पर सब्सिडी के बोझ को कम करने के लिए अब रेलवे भी GiveItUp स्कीम शुरू करने की तैयारी में है.
सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें लोगों को टिकट पर सब्सिडी छोड़ने के लिए कैसे कहा जाए उसका प्लान तैयार करने को कहा है.
सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्रालय पहले लोगों से स्वेच्छा से रेल टिकट पर सब्सिडी छोड़ने को कहेगा. अगर इससे सरकार को अपनी मंशा पूरी होती दिखी तो इसे 10 लाख से ज्यादा सालान आय वालों के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा.
इतना ही नहीं एक और विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है. रेलवे टिकट बुक करते समय भी आपको ये विकल्प देगा कि आप टिकट पर कितनी सब्सिडी छोड़ना चाहते हैं. 100 फीसदी से लेकर 25 फीसदी तक सब्सिडी छोड़ने का विकल्प दिया जा सकता है .
इसी साल मई के महीने में रेलवे ने साफ साफ शब्दों में टिकट पर लिखना शुरु कर दिया था कि आपकी यात्रा की कुल लागत का केवल 57 फीसदी ही आप से वसूला जा रहा है बाकी का 43 फीसदी रेलवे खुद वहन कर रही है तब ही रेलवे ने संकेत दे दिया था कि वो give it up मुहिम शुरू कर सकती है.
इस मुहिम को शुरू करने के पीछे रेलवे का मकसद है अपने खजाने को दुरुस्त करना. दरअसल यात्री ट्रेनों के संचालन में रेलवे को करीब 77 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जबकि किराये से सिर्फ 43 हजार करोड़ रुपये ही मिलते हैं, बाकी का 34 हजार करोड़ रुपये रेलवे अपनी झोली से देती है.
अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए रेलवे इसके अलावा वीकेंड में पॉपुलर ट्रेन के किराए बढ़ाने और खाली ट्रेन में टिकट पर डिस्काउंट देने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रही है. नोटबंदी के दौर में रेलवे टिकट की ऑनलाइन बुकिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने की सहूलियतों का भी एलान किया है.
जो भी यात्री ऑनलाइन टिकट बुकिंग कराएगा उसे 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मुफ्त मिलेगा. अभी तक इसके लिए 92 पैसे लिए जाते थे. इस नए नियम का फायदा 11 लाख यात्रियों को होगा.