नई दिल्ली: लॉकडाउन की मार झेल रहे मजदूरों, किसानों, असंगठित कर्मचारियों, छोटे दुकानदारों आदि के लिए राहत पैकेज की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी गुरुवार को ऑनलाइन आंदोलन करेगी. कांग्रेस मांग कर रही है कि इनकम टैक्स की परिधि के बाहर प्रत्येक परिवार के खाते में केंद्र सरकार दस हजार रुपए तत्काल जमा कर मदद पहुंचाए. इस मांग को जोरशोर से उठाने के लिए पार्टी ने तय किया है कि 28 मई को दिन के 11 से 2 बजे के बीच बड़े पैमामे पर ऑनलाइन अभियान चलाया जाएगा. गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस ने सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया है.


कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आंतरिक चिट्ठी जारी कर निर्देश दिया कि इस अभियान में सभी कार्यकर्ताओं का शामिल होना अनिवार्य है. इसके लिए तय समय पर फेसबुक, ट्विटर, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एकसाथ 50 लाख कार्यकर्ताओं को ऑनलाइन जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. वेणुगोपाल की चिट्ठी में लिखा है कि "किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों, असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की आवाज बनना हमारा कर्तव्य है.पार्टी ने 28 मई को दिन में 11 से 2 के बीच एक बड़ा ऑनलाइन अभियान आयोजित करने का फैसला किया है. इसके जरिए हम मुश्किल में फंसे लोगों के मुद्दे उठाएंगे और केंद्र सरकार से अपील करेंगे कि लोगों की मदद करने के लिए भी कांग्रेस द्वारा की गई मांगों पर विचार करे. हम सरकार से मांग करेंगे कि इनकम टैक्स के बाहर के परिवारों के खाते में दस हजार रुपए तत्काल जमा किए जाएं.''


कांग्रेस अपनी मांग को लेकर बड़े पैमाने पर ट्रेंड सेट करने की कोशिश करेगी. पार्टी के एक नेता के मुताबिक सामान्य सोशल मीडिया अभियान से यह अभियान अलग होगा.


पिछले हफ्ते कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के 22 दलों ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि कि इनकम टैक्स के बाहर हर परिवार के बैंक खाते में अगले छह महीने तक 7,500 रुपए प्रति माह जमा किए जाएं. इसमें से 10 हजार की मदद फौरन करने का अनुरोध भी किया गया था. अब इस मांग को लेकर बड़ा ऑनलाइन आंदोलन करने जा रही है. केंद्र सरकार की तरफ से 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज को कांग्रेस अध्यक्ष क्रूर मजाक करार दे चुकी हैं. कांग्रेस का आरोप है कि गरीबों की स्थिति को लेकर सरकार संवेदनहीन है.


महत्वपूर्ण है कि ऑनलाइन आंदोलन करने जा रही कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया का बखुबी इस्तेमाल किया है. दो बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी और एक बार विपक्षी दलों की बैठक ऑनलाइन हो चुकी है. राहुल गांधी द्वारा विशेषज्ञों से लेकर मजदूरों तक से की गई बातचीत को सोशल मीडिया पर साझा किया गया. राहुल गांधी अब तक तीन बार ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं. लॉकडाउन के बावजूद कांग्रेस लगभग रोजाना प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विभिन्न मुद्दों पर कभी सरकार का ध्यान खींचने की तो कभी सरकार को घेरने की कोशिश करती है.


इन सब राजनीतिक गतिविधियों के अलावा यूथ कांग्रेस ने सोशल मीडिया के नेटवर्क से जरूरतमन्दों तक मदद पहुंचाई है. कोरोना से लड़ाई के बीच लॉकडाउन से परेशान लोगों की मदद के लिए कांग्रेस के बड़े नेता व्हाट्सएप ग्रुप से लेकर जमीन तक मदद पहुंचाने के लिए सक्रिय है. यूपी के लिए बने ऐसे ही एक व्हाट्सएप ग्रुप की निगरानी प्रियंका गांधी खुद करती हैं.


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