Flights Cancelled In 2023: भारत के कमर्शियल एयरलाइन ऑपरेटरों ने मौसम और तकनीकी समेत विभिन्न कारणों से पिछले साल (2023 में) 7 हजार से ज्यादा उड़ाने रद्द कीं. सोमवार (5 फरवरी) को संसद को इस बारे में सूचित किया गया.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि उड़ान सेवा बंद कर चुकी गो फर्स्ट समेत ग्यारह घरेलू एयरलाइंस ने कुल 7,427 उड़ानें रद्द कर दीं, जिनमें 3,210 उड़ानें मौसम के कारण और 2,109 तकनीकी कारणों से रद्द की गईं.


एक अन्य जवाब में, मंत्री ने कहा कि इंजन या अन्य समस्याओं के कारण 157 विमान खड़े किए गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि विदेश में पट्टादाताओं या ऋणदाताओं की ओर से भारतीय वाहक का कोई विमान जब्त नहीं किया गया है.


सांसद वाइको और एम शनमुग को दिया गया लिखित जवाब


सोमवार को राज्यसभा सांसद वाइको और एम शनमुगम को एक लिखित जवाब में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने पिछले साल रद्द की गई उड़ानों की संख्या के बारे में डिटेल साझा की, जो उड़ान रद्द होने के पीछे मौसम संबंधी समस्याओं को एक प्रमुख कारण बताती है.


खराब मौसम के कारण कितनी उड़ानें हुई प्रभावित?


एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खराब मौसम के कारण कुल 3008 उड़ाने रद्द कर दी गईं और 2185 उड़ान रद्द होने के साथ इंडिगो सबसे ज्यादा प्रभावित एयरलाइन रही. इसके बाद अलायंस एयर की 323 उड़ाने रद्द हुईं और स्पाइसजेट की 186 उड़ाने रद्द हुईं.


मौसम संबंधी समस्याओं के कारण विस्तारा की 89 उड़ानें रद्द हुईं और एयरएशिया इंडिया की पांच उड़ानें रद्द की गई थीं. सबसे कम प्रभावित आकासा एयर रही. मौसम संबंधी समस्या के कारण आकासा एयर की केवल केवल दो उड़ानें रद्द हुईं.


एचटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले साल तकनीकी कारणों से सबसे ज्यादा उड़ानें इंडिगो (931) को रद्द करनी पड़ीं, उसके बाद अलायंस एयर (324) और एयर इंडिया (181) को उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.


यह भी पढ़ें- कांग्रेस MP डीके सुरेश की 'अलग राष्ट्र' की टिप्पणी पर पीएम मोदी नाराज, संसद में बोले- क्या देश के और टुकड़े करना चाहते हो