नई दिल्ली: केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने अपने खिलाफ कांग्रेस द्वारा लगाए गए वित्तीय अनियमिताओं के आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया है. उन्होंने इसे कांग्रेस की‘ थूक कर भाग’ जाने वाली राजनीति करार दिया जिसका मकसद आम आदमी से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाना है.


बीजेपी द्वारा जारी एक बयान में गोयल ने कहा कि उनके पक्ष की ओर से निश्चित तौर पर कोई गलत काम या अनियमितता नहीं हुई है. उन्होंने सभी लेनदेन के ब्योरों को सामने रखा जिसे लेकर कांग्रेस उन पर आरोप लगा रही है.


गोयल ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का दुर्भावनापूर्ण बयान है. वह तथ्यों को तोड़- मरोड़ कर पेश कर रही है और गलत परिणाम बना रही है जो झूठे और मानहानिपूर्ण बयान है.


इससे पहले कांग्रेस ने केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल पर एक निजी फर्म के साथ कथित तौर पर संबंध रखने की वजह से अनुचित व्यवहार और हितों के टकराव का आरोप लगाते हुए उन्हें तुरंत बर्खास्त करने की मांग की. इसके साथ ही इस मामले की सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराये जाने की आज को मांग की.


कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, वीरप्पा मोइली और पवन खेड़ा ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली की चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस आरोप लगाया कि गोयल 25 अप्रैल 2008 और एक जुलाई 2010 के बीच शिरडी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक थे. इसी दौरान कंपनी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अध्यक्षता वाले बैंकों के गठजोड़ से 258.62 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था.