लोग आशियाना लेते वक्त जिम-स्पा, स्विमिंग पूल की मौजूदगी तो सुनिश्चित करते हैं लेकिन हेल्थ सेंटर के बारे में भी क्यों नहीं सोचते? ये वक्त है इस पर गौर करने का. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 1 स्तिथ अरिहंत आर्डेन से मिसाल के तौर पर सीखा जा सकता है.
दरअसल अरिहंत सोसाइटी ने अपने लोगों के लिए प्राथमिक स्वास्थ की सुविधा को देखते हुए शानदार हेल्थ केयर सेंटर तैयार किया है जिसमें क्वारंटीन सेंटर बनाया है. साथ ही एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 5 ऑक्सीजन सिलिंडर भी रखे हैं. सोसाइटी के प्रेसिडेंट बताते हैं कि फिलहाल 5 से 6 मरीजों को घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर दिया गया है जिसे उनका स्टाफ रिफिल कराता है.
RTPCR टेस्ट की भी सुविधा दी जा रही है
लोगों को घर का भोजन उपलब्ध कराने के लिए भी प्रयास किया गया है. मरीज की पसंद का ताजा खाना उन्हें घर तक पहुंचाने की सुविधा दी गई है. RTPCR टेस्ट के लिए लग रही लंबी-लंबी कतारों को देखते हुए इस सोसाइटी ने लाल पैथ लैब्स और कई लैब्स से टाई अप किया है जिससे टेस्ट के लिए लोगों को बाहर नहीं जाना पड़े और टेस्ट सोसाइटी में ही आसानी से हो जाए. सोसाइटी प्रशासन द्वारा योग भी मरीजों को डिजिटल माध्यम से कराया जाता है.
सोसायटी के वाइस प्रेसिडेट निशिकांत चतुर्वेदी कहते हैं कि मेडिकल सुविधाएं आपातकालीन स्तिथि के लिए तैयार हैं. पिछले एक डेढ़ महीने में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हमने 5 ऑक्सीजन सिलेंडर रखे हैं, फ्लैट्स में उन लोगों के लिए ऑक्सीजन लगी है जिनका ऑक्सीजन लेवल बहुत नीचे गिर गया था. हमारे पास ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी मौजूद है.
हेल्थ सेंटर को बनाने में 4 से 5 लाख खर्च हुआ
लोग ऑक्सीजन के लिए बाहर भटक रहे हैं, इन सिलिंडर को हमारे स्टाफ भरने जाते हैं. स्टाफ के लिए पीपीई किट, मास्क, शील्ड इत्यादि तैयार हैं. अभी 5-6 मरीज जिनका ऑक्सीजन लेवल 60 तक गिर गया था, उन्हे ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध करवाया गया है.
सोसाइटी के प्रेसिडेंट राम कुमार शर्मा कहते हैं कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 15 दिन पहले ही खरीदा क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने में बहुत दिक्कत हो रही है, हमारा स्टाफ 4-4 घंटे लाइन में खड़ा रहता है. जिन घरों में खाना बनाने की दिक्कत होती है उनके लिए खाना भी हमारे यहां तैयार किया जाता है. यहां 338 पेशेंट पॉजिटिव थे, अब 160 पॉजिटिव मरीज हैं. हम लोगों को योग की जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं और खुशी की बात है कि सकारात्मक बदलाव धीरे धीरे हो रहा है.
ट्रेजरर अशोक सिंह कहते हैं कि, हेल्थ सेंटर की शुरुआत पिछले साल की थी और इसे बनाने में 4 से 5 लाख खर्च हुआ है. सभी सोसाइटी को ये शुरुआत करनी चाहिए. शुरुआत करना मुश्किल नही है. हमने RTPCR टेस्ट के लिए भी कई लैब से टाई अप किया है जो यहां आकर सैंपल लेते हैं और लोगों को बाहर नही जाना पड़ता.
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