(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Grindr App: अवैध है ग्राइंडर गे ऐप? LGBTQ वाले डेटिंग ऐप पर मद्रास HC का बड़ा फैसला, जानें- क्या कुछ कहा
Madras HC on Grindr App: मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में दिए गए बयान में बताया कि ग्राइंडर गे एप (पूरी तरह से एलजीबीटी समुदाय के लिए बना डेटिंग एप) पूरी तरह से अवैध है.
Grinder Gay Dating App Is Illegal: मद्रास हाई कोर्ट ने हाल ही में दिए गए बयान में कहा कि ग्राइंडर गे एप (पूरी तरीके से एलजीबीटी समुदाय के लिए बना डेटिंग एप) पूरी तरह से अवैध है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह अश्लील और यौन रुचियों को पूरा करता है. इस मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को हाई कोर्ट ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के पास रिपोर्ट करने के निर्देश दिए ताकि कानून के मुताबिक मंत्रालय ऐप को ब्लॉक करे और उचित कार्रवाई पर विचार कर सके. हाई कोर्ट ने बताया कि ग्राइंडर गे एप का उपयोग अवैध उद्देश्यों और अपराध के लिए किया जाता है.
डेटिंग एप्लीकेशन पर मिले एक व्यक्ति का कथित रूप से यौन शोषण करने और उसे लूटने वाले एक आरोपी को जमानत देते हुए हाई कोर्ट ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इस पर उचित कार्रवाई कर विचार करने को कहा. हाई कोर्ट ने बताया कि एप्लीकेशन पर शिकायतकर्ता से एक व्यक्ति मिला. वह इसके बाद उसे सुनसान जगह ले गया और वहां उसका यौन शोषण किया. व्यक्ति ने उसकी चेन और क्रेडिट कार्ड भी लूट लिया और उसके क्रेडिट कार्ड से एक लाख 15 हजार की राशि भी निकाल ली.
मद्रास हाई कोर्ट ने क्या कहा था आदेश में?
मद्रास हाई कोर्ट की ओर से 13 अगस्त को आए आदेश में कहा गया कि शिकायतकर्ता और आरोपी ग्राइंडर गे ऐप नाम के एप्लीकेशन पर जुड़े. यह एप्लीकेशन पक्षों के केवल कामुक और यो हित को पूरा करने के लिए बना है जो पूरी तरह से अवैध है. हाई कोर्ट के आदेश में यह भी कहा गया कि व्यक्ति को जमानत इस शर्त पर दी गई है कि वह इस मोबाइल डेटिंप एप से मेंबरशिप खत्म कर देगा और किसी भी प्रकार की सोशल मीडिया पर अकाउंट नहीं बनाएगा और वह फोन खुद की इच्छा से सौंप देगा. अगर वह कोई नया मोबाइल भी खरीदता है तो अदालत कुछ शर्तों पर ही उसे जमानत देगी.
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