ISRO की GSAT-30 सैटेलाइट लॉन्च, मोबाइल इंटरनेट और टेलीविजन ट्रांसमिशन के साथ DTH सेवाओं में आएगी तेजी
इसरो के साल 2020 के पहले मिशन के तहत शुक्रवार को संचार उपग्रह जीसैट-30 को लॉन्च किया गया. आइए जानते हैं इसकी खासियत क्या है.
नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक और कामयाबी हासिल कर ली है. इसरो ने शुक्रवार को संचार उपग्रह GSAT-30 को सफलतापूर्व लॉन्च किया. उपग्रह GSAT-30 को 2 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च किया गया. इसे एरियन-5 रॉकेट के जरिए रवाना किया गया. GSAT-30 को सफलतापूर्वक लॉन्च करना इसलिए भी खास है क्योंकि यह इशरो का इस साल का पहला लॉन्च है.
बता दें कि GSAT-30 इसरो द्वारा डिजाइन किया हुआ और बनाया गया एक दूरसंचार उपग्रह है. यह इनसैट सैटेलाइट की जगह काम करेगा. इससे राज्य-संचालित और निजी सेवा प्रदाताओं को संचार लिंक प्रदान करने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी. मिशन की कुल अवधि 38 मिनट, 25 सेकंड होगी. इसका का वजन करीब 3100 किलोग्राम है.
Communication satellite, GSAT30 onboard Ariane-5 flight was launched from Kourou launch base in French Guiana. https://t.co/gX1adHVMrk
— ANI (@ANI) January 16, 2020
क्या है इसकी खासियत
GSAT-30 15 सालों तक पृथ्वी के ऊपर भारत के लिए काम करता रहेगा. यह उपग्रह DTH, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सर्विस के संचार के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इस सैटेलाइट से देश में नई इंटरनेट टेक्नोलॉजी लाने में मदद मिलेगी. GSAT-30 के कम्युनिकेशन पेलोड गको की मदद से टेलीपोर्ट सेवाएं, डिजिटल सैटेलाइट खबर संग्रहण (DSNG) जैसी सेवाओं के संचार में मदद मिलेगी. मौसम संबंधी जानकारी जुटाने में भी यही सैटेलाइट इस्तेमाल की जाती है.
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