GST LAUNCHED: देशभर में लागू हुआ जीएसटी, पीएम मोदी ने बताया- 'गुड एंड सिंपल टैक्स'
नई दिल्ली: 17 अप्रत्यक्ष करों और 23 सेस से आजादी देने वाला गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी जीएसटी आज लॉन्च हो गया. संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ बटन दबाकर जीएसटी को लॉन्च किया. सेंट्रल हॉल में इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने के लिए कई वीवीआईपी मेहमान मौजूद रहे.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''जो लोग आशंकाएं करते हैं मैं उनसे कहूंगा ऐसा ना करें. जब आप अपने डॉक्टर से नंबर लेकर नया चश्मा बनवाते हैं तब भी कुछ दिन आंखों को दिक्कत होती है. जीएसटी से होने वाली परेशानी भी ऐसी ही होगी.''
वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा, ''मुझे भरोसा था कि जीएसटी आखिरकार लागू होगा. यह ऐतिहासिक क्षण चौदह वर्ष की उस लंबी यात्रा की समाप्ति है जो दिसंबर 2002 में शुरू हुई थी''
यहां पढ़ें संसद भवन के सेंट्रल हॉल में जीएसटी आयोजन का पूरा अपडेट
- 12 बजते ही संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मोदी ने एक साथ बटन दबाकर जीएसटी को औपचारिक रूप से लॉन्च किया.
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी बात खत्म की.
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा, ''एक्सपोर्ट होने वाले सामानों पर टैक्स का बोझ कम होगा, जीएसटी से हमारे एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा. जीएसटी के लिए तकनीक इंस्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना बड़ी बात है.''
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा, ''केंद्र और राज्य सरकारों ने आपसी सहमति से काम किया. जीएसटी काउंसिल ने अपना काम अच्छी तरह किया. सबने संकुचित मतभेद मिटाकर देशहित में काम किया.''
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा, ''मुझे भरोसा था कि जीएसटी आखिरकार लागू होगा. यह ऐतिहासिक क्षण चौदह वर्ष की उस लंबी यात्रा की समाप्ति है जो दिसंबर 2002 में शुरू हुई थी''
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा, "कुछ देर बाद ही जीएसटी लॉन्च होगा, इसके साथ ही 14 साल की यात्रा अपने मुकाम पर पुहंचेगी. मैंने 2011 में वित्त मंत्री के तौर पर बिल पेश किया था. जीएसटी बिल से मेरा लंबा जुड़ाव रहा है.''
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जीएसटी कार्यक्रमन में अपनी बात रख रहे हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जीएसटी सिर्फ एक टैक्स सुधार नहीं है, ये आर्थिक सुधार से आगे ईमानदारी दिशा में आगे ले जाने वाला सुधार है. कानून भले ही इसे गुड्स एंड सर्विस टैक्स कहता हो लेकिन मैं इसे 'गुड और सिंपल' टैक्स मानता हूं.''
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''देश के सभी राज्यों को विकास के समान अवसर प्राप्त होना भी विकास है. आजादी के 70 साल हो रहे हैं, हम नए इंडिया का सपना लेकर चल रहे हैं. जीएसटी इसमें अहम भूमिका निभाएगा.''
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जो लोग आशंकाएं करते हैं मैं उनसे कहूंगा ऐसा ना करें. जब आप अपने डॉक्टर से नंबर लेकर नया चश्मा बनवाते हैं तब भी कुछ दिन आंखों को दिक्कत होती है. जीएसटी से होने वाली परेशानी भी ऐसी ही होगी. अफवाहों का बाजार बंद करें.''
- प्रधानमंत्री ने कहा, ''नई व्यवस्था में 20 लाख तक के कारोबारियों को पूरी तरह छूट है और 75 लाख तक के कारोबार पर भी मामूली टैक्स लगेगा. देश के गरीबों के हित के लिए यह व्यवस्था सबसे ज्यादा कारगर होगी. इससे ईमानदारी व्यापरियों की परेशानी खत्म होगी.''
- प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश एक आधुनिक टैक्स सिस्टम की ओर बढ़ रहा है. ये एक ऐसी व्यवस्था है जो ज्यादा सरल और पार्दरशी है. ये ऐसी व्यव्सथा है जो कालाधन और भ्रष्टाचार को रोकने में कारगर है. यह ऐसी व्यवस्था जो ईमानदारी को अवसर देती है.''
- प्रधानमंत्री ने कहा, "अल्बर्ट आइंसटीन ने कहा था कि समझने के लिए सबसे मुश्किल कोई चीज है तो वो इनकम टैक्स है. मैं सोच रहा हूं कि वो यहां होते तो पता नहीं क्या कहते. जीएसटी आने के बाद गंगानगर से लेकर ईटानगर तक, लेह से लेकर लक्ष्यद्वीप तमाम टैक्स से मुक्ति मिल जाएगी.''
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जीएसटी कॉपरेटिव फेडरलिज्म की एक मिसाल है जो हमें साथ मिलकर चलने की प्रेरणा देगा. मैं जीएसटी काउंसिल को धन्यवाद देता हूं. मैं उन सब को बधाई देता हूं जिन्होंने इस प्रक्रिया में हिस्सा लिया. ये अजब संयोग है कि गीता में भी 18 अध्याय हैं और जीएसटी काउंसिल की भी 18 बैठक हुईं.''
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''जीएसटी सिर्फ आर्थिक सुधार तक संभव हो ऐसा नहीं है. ये जो दिशा हमने तय निर्धारित की है, जिस व्यवस्था का निर्माण किया है ये किसी एक दल की सिद्धी नहीं है. ये हम सब की सांझी विरासत है. मध्य रात्रि में आज हम एक साथ आए हैं. ये वो जगह है जहां इस देश के अनेक महापुरुषों के चरणों ने इसे पावन किया है. यह सभागार संविधान सभा की पहली सभा का साक्षी है.''
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''राष्ट्र के निर्माण में कई ऐसे मौके आते हैं जब हम नए मुकाम पर पहुंचने की कोशिश करते हैं. आज इस हॉल में मिलकर हम देश के आगे का मार्ग सुनिश्चित करने जा रहे हैं. कुछ देर बाद देश एक नई व्यवस्था की ओर चल पड़ेगा. सवा सौ करोड़ देशवाशी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं. एक नई अर्थव्यवस्था के लिए, संघीय ढांचे के लिए इस पवित्र स्थान से अच्छा कोई नहीं हो सकता. ''
- प्रधानमंत्री मोदी जीएसटी आयोजन में अपनी बात रख रहे हैं.
- वित्त मंत्री ने कहा, ''जीएसटी काउंसिल के सभी सदस्यों और अधिकारियों का धन्यवाद जिन्होंने एक जुलाई की तारीख पर जीएसटी के लॉन्च को कामयाब बनाया''
- वित्त मंत्री ने कहा, "जीएसटी की विशेषता है कि इससे टैक्स पर टैक्स नहीं लगेगा और देश भर के चुंगी नाकों पर ट्रकों की भीड़ नहीं लगेगी. इससे महंगाई पर भी लगाम लगेगी. टैक्स की चोरी मुश्किल होगी, देश की जीडीपी भी बढ़ेगी. राज्य और केंद्र को इससे जो भी फायदा होगा उससे गरीबों की मदद की जा सकेगी.''
- अरुण जेटली ने कहा, "राष्ट्रपति जी जीएसटी के इस सफर के गवाह रहे हैं. जीएसटी काउंसिल की अभी तक 18 बैठक हुईँ लेकिन एक भी बार वोटिंग की आवश्यकता नहीं पड़ी.''
- वित्त मंत्री ने कहा, ''एनडीए की पहली सरकार के समय जीएसटी की प्रक्रिया शुरू हुई थी. 15 साल पहले शुरू हुई थी जीएसटी की प्रक्रिया.''
- वित्त मंत्री ने कहा, ''केंद्र और राज्य मिलकर आर्थिक उन्नति के लिए काम करेंगे. जीएसटी ऐसे दौर में आया जब दुनिया आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही है.''
- कार्यक्रम शुरू हुआ, वित्त मंत्री जेटली अपनी बात रख रहे हैं.
- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सेंट्रल हॉल पहुंचे, थोड़ी देर में शुरू होगा कार्यक्रम.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीएसटी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सेंट्रल हॉल पहुंचे. प्रधानमंत्री का स्वागत लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, अनंत कुमार ने किया. थोड़ी देर में पराष्ट्रपति पहंचे.
- बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी सेंट्रल हॉल पहुंचे. अमित शाह और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच में बैठे.
- वित्तमंत्री अरुण जेटली संसद भवन के सेंट्रल हॉल पहुंचे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री और कई दलों के नेता मौजूद. वित्तमंत्री जेटली के साथ विज्ञान भवन में हुई जीएसटी काउसिल की बैठक में रासायनिक खाद पर जीएसटी अब 12 फीसदी की जगह 5 फीसदी करने का फैसला किया गया. इसके अलावा ट्रैक्टर के कलपुर्जों पर भी जीएसटी की दर घटाई गयी है. अब इस पर 28 के बजाए 12% जीएसटी लागू होगा. आपको बता दें इस पर काफी लंबे समय से चर्चा चल रही थी और सरकार पर किसानों का दबाव था.
- जीएसटी कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में जीएसटी के लागू होने से भारत का नया भाग्य खुलेगा. उन्होंने ये बात गुजरात के अहमदाबाद में कही है। प्रधानमंत्री ने कहा, "इस कार्यक्रम में नया हिन्दुस्तान मेरे सामने बैठा है. यहां से जाते ही रात 12 बजे संसद भवन में भारत के भाग्य की एक नई दिशा के द्वार खुलने वाले हैं. मुझे यहां से सीधे संसद भवन जाना है.''