नई दिल्ली: एक जुलाई से पूरे देश में जीएसटी लागू होने जा रहा है. आज एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम ‘जीएसटी सम्मेलन’ में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि जीएसटी से महंगाई नहीं बढ़ेगी बल्कि लोगों को इससे बहुत फायदा होगा. अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी के बाद देश में एक टैक्स से पूरे देश में सामान की एक कीमत होगी.


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यहां हम आपको बता रहे हैं जीएसटी सम्मेलन में अरूण जेटली की 10 बड़ी बातें-




  1. टैक्स ना देना देशभक्ति नहीं है
    अरुण जेटली ने टैक्स चोरों पर निशाना साधते हुए कड़े शब्दों में कहा, ''टैक्स देने से बचना या टैक्स की चोरी करना मौलिक अधिकार नहीं हो सकता. टैक्स ना देना देशभक्ति नहीं है बल्कि देश को कमजोर करना भी है.'' जेटली ने कहा,  ''जीएसटी लाने की प्रक्रिया बहुत लंबी चली है और इसे संसद में पास कराना सरकार की बड़ी उपलब्धि है.''

  2. टैक्स से रेवेन्यू बढ़ेगा
    उन्होंने बताया कि जीएसटी की नई व्यवस्था में टैक्स चोरी करने वालों के लिए पकड़े जाने की संभावना ज्यादा है. लिहाजा टैक्स चोरी कम होगी और इससे सरकार का टैक्स रेवेन्यू बढ़ेगा.

  3. 20 लाख टर्न ओवर तक नहीं लगेगा कोई टैक्स
    टैक्स स्लैब को समझाते हुए जेटली ने कहा, ''75 लाख टर्नओवार वाला छोटा व्यापारी एक फीसदी और दो फीसदी तक के टैक्स स्लैब में आएगा. 20 लाख रुपये सालाना टर्नओवर वाले व्यापारी के लिए टैक्स नहीं है. जीएसटी से छोटे व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा.''

  4. कच्चे बिल का खेल खत्म होगा
    जेटली ने कहा, ''जीएसटी के बाद टैक्स फाइल करना भी आसान होगा. हर महीने का रिटर्न अगले महीने की 10 तारीख से पहले सॉफ्टवेयर में अपडेट करना होगा. इतना ही नहीं, छोटे और मध्यम व्यापारी को कोई इनवॉइस डिटेल नहीं देनी होगी. जीएसटी लागू होने से कच्चे बिल का खेल खत्म होगा.''

  5. हावई चप्पल और मर्सिडीज़ पर एक टैक्स दर मुमकिन नहीं
    जेटली ने जीएसटी की चार टैक्स स्लैब बनाने के एक सवाल के जवाब में कहा,  ''हवाई चप्पल और मर्सिडीज़ पर एक टैक्स दर लगाना मुमकिन नहीं है.'' उन्होंने कहा कि कुछ गलत जानकारी देकर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने कहा, ''पिछले टैक्स के औसत से जीएसटी का रेट कम है इसलिए महंगाई नहीं बढ़ेगी.''

  6. टैक्स फाइल करने वाले की संख्या 92 लाख बढ़ी
    जेटली ने कहा, ''टैक्स फाइल करने वाले लोगों की संख्या 92 लाख बढ़ गई है. जीएसटी के बाद देश के और लोग भी टैक्स के दायरे में आएंगे. पहले के टैक्स सिस्टम में टैक्सपेयर अपना टैक्स देने के साथ-साथ जो टैक्स नहीं देता उसका भी बोझ उठा रहा था. जीएसटी के बाद ये स्थिति पूरी तरह बदल जाएगी.''

  7. खाने-पीने की चीजों पर कम टैक्स से लोगों को राहत
    जेटली ने कहा, 'देश में दालों का उत्पादन कम होने की वजह से 2 साल पहले दाम 200 रुपये प्रति किलो तक आ गई थी. लेकिन सरकार ने इसमें सुधार किया है और आज कीमतें सही स्तर पर हैं. वहीं जीएसटी में खाने-पीने की चीजों पर टैक्स न लगाकर या बेहद कम लगाकर आम लोगों को राहत दी जाएगी.''

  8. सरकार ने किसी बड़े उद्योगपति का कर्ज माफ नहीं किया
    कर्ज को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री जेटली ने कहा, ‘’किसी सरकार ने किसी बड़े उद्योगपति का कर्ज माफ नहीं किया. ये लोन भी 2008-2010 के समय के लोन हैं और एनपीए की समस्या बहुत पुरानी है. पाप कोई और करके गया था, जिसे हल करने की जिम्मेदारी एनडीए सरकार पर आ गई है.’’

  9. उद्योगपतियों की किसानों की कर्जमाफी से तुलना करना सही नहीं
    उन्होंने कहा, ‘’केंद्र सरकार का इनसॉल्वेंसी लॉ इसका समाधान करने का तरीका है. इनसॉल्वेंसी लॉ से कर्ज ना लौटाने वालों की सूची बनाई जा रही है और उन उद्योगों को दिवालिया घोषित कर उनसे कर्ज वापस दूसरे तरीके से लिया जाएगा. इसे किसानों की कर्जमाफी से तुलना करना किसी तरह से तर्कसंगत नहीं है. ये दोनों मामले बिलकुल अलग हैं.’’

  10. जीएसटी से कालेधन पर रोक लगेगी
    जेटली ने कहा, ‘’जीएसटी से रियल एस्टेट पर बहुत असर होगा. देश में कालेधन का बड़ा हिस्सा रियल एस्टेट से आता और जाता है. जीएसटी काउंसिल ने इसके लिए अगले साल कोई कारगर तरीका निकालने पर काम कर रही है. ऐसे में इससे कालेधन पर भी रोक लगेगी.’’