मुंबई: कानपुर पुलिस हत्याकांड का फ़रार आरोपी और गैंगस्टर विकास दुबे का सबसे करीबी गुर्गा अरविंद त्रिवेदी उर्फ़ गुड्डन त्रिवेदी को आखिरकार मुंबई से सटे ठाणे के कोलसेत परिसर से महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया. गुड्डन ठाणे में अपने एक रिश्तेदार के घर पर छिपा हुआ था.


गिरफ़्तारी के बाद गुड्डन ने पुलिस को बताया कि वह हत्याकांड को अंजाम देने के बाद कानपुर में ही अपने ड्राइवर के घर पर एक रात छिपा रहा फिर दूसरे दिन अपने ड्राइवर के साथ गाड़ी लेकर मध्य प्रदेश के दतिया तक पहुंचा. दतिया में इन दोनों ने अपनी गाड़ी छोड़ दी. फिर वहां से एक ट्रक में बैठकर महाराष्ट्र के पुणे पहुंचे और पुणे से दूसरे ट्रक में बैठकर गुड्डन और उसका ड्राइवर सुशील तिवारी ठाणे में उनके गांव वालों के पास पहुंचे.


ठाणे में अपने गांववालों को डरा धमकार गुड्डन जबरन उनके घर में चार दिनों तक रहा. इस बीच शुक्रवार देर रात महाराष्ट्र एटीएस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक को गुड्डन के ठाणे में छुपे होने की जानकारी मिली और उसे शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया.


एटीएस के डीसीपी विक्रम देशमाने ने एबीपी न्यूज़ को जानकारी दी, "गुड्डन से हत्याकांड की रात और उसके कानपुर से मुंबई तक पहुंचने की सारी जानकारी ली जा रही है. हमने यूपी एसटीएफ को इस गिरफ़्तारी के बारे में जानकारी दी है. एसटीएफ़ की टीम उज्जैन से रवाना हुई है. हम ट्रांजिट रिमांड लेकर दोनों को यूपी एसटीएफ के हवाले करेंगे."


बताया जा रहा है कि गुड्डन उत्तर प्रदेश के जगनपुर से जिला पंचायत सदस्य है. घटना के बाद से ही गुड्डन फरार था. पुलिस सूत्रों की मानें तो विकास के घर पर गए पुलिस वालों को मारने में यह भी शामिल था. विकास दुबे ने कानपुर हत्याकांड के दो दिन पहले ही कानपुर के पुरा कस्बे के बाज़ार वार्ड में इसी गुड्डन की दुकान का उद्घाटन भी किया था.


गुड्डन विकास के साथ शुरुआत से ही आपराधिक मामलों में साझीदार रहा है. इनमें साल 2001 में राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड भी शामिल है.


उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बदमाश की गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम भी रखा था. गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने यूपीएसटीएफ को इसकी सूचना दे दी है. कानपुर एनकाउंटर के बाद गुड्डन की अखिलेश यादव के साथ भी फोटो वायरल हो रही थी.


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