पानी के सैंपल में मिला E.Coli बैक्टीरिया क्या है? जो हो सकता है ‘गुइलेन-बैरे सिंड्रोम’ की बड़ी वजह
Guillain-Barre Syndrome: जीबीएस मामलों में हो रही बढ़ोतरी के बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्य से अलग-अलग इलाकों के पानी का सैंपल लिया. महाराष्ट्र में इससे मरने वालों की संख्या 4 हो गई है.

Guillain-Barre Syndrome: महाराष्ट्र में गुलियन-बैरी सिंड्रोम (जीबीएस) के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार (31 जनवरी 2025) को बढ़कर चार हो गई, जबकि राज्य में अब तक 140 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि पानी के नमूने में ई.कोली बैक्टीरिया पाया गया है.
पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम क्षेत्र के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल में निमोनिया के कारण श्वसन तंत्र में प्रभाव पड़ने से 36 वर्षीय एक व्यक्ति की गुरुवार (30 जनवरी 2025) को मौत हो गई थी. पुणे के सिंहगढ़ रोड के धायरी इलाके के रहने वाले 60 वर्षीय व्यक्ति (चौथा संदिग्ध) की शुक्रवार को मौत हुई.
महाराष्ट्र में बढ़ रहे जीबीएस के मामले
पुणे नगर निगम (पीएमसी) के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पीड़ित को दस्त और कमजोरी के कारण 27 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई. राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अब तक 140 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें से 98 में जीबीएस की पुष्टि हो चुकी है. आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘पुणे से 26 मरीज हैं जबकि पीएमसी क्षेत्र में शामिल किए गए नए गांवों से 78 लोग हैं, 15 पिंपरी चिंचवाड़ से हैं, 10 पुणे ग्रामीण से हैं और 11 अन्य जिलों से हैं.’’
पुणे के पानी में पाया गया ई-कोली बैक्टीरिया
महाराष्ट्र में शुक्रवार को जीबीएस का कोई नया मामला सामने नहीं आया. राज्य में सामने आए अधिकांश मामले पुणे और आसपास के इलाकों से हैं. पुणे शहर के विभिन्न भागों से पानी के कुल 160 सैंपल को केमिकल और ऑर्गेनिक जांच के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला भेजा गया, जिसमें से आठ जल स्रोतों के सैंपल दूषित पाए गए. एक अधिकारी ने बताया कि सिंहगढ़ रोड क्षेत्र के कुछ निजी बोरवेल से प्राप्त सैंपलों में से एक में एस्चेरिचिया कोलाई या ई-कोली बैक्टीरिया पाया गया. उन्होंने कहा कि पानी में ई.कोली का होना मल या पशु अपशिष्ट संदूषण का संकेत है और बैक्टीरिया की व्यापकता जीबीएस संक्रमण का कारण बन सकती है.
E.Coli बैक्टीरिया क्या है?
इस राज्य के पानी में मिला गुलियन-बैरी सिंड्रोम ई. कोली (एस्चेरिचिया कोलाई) एक बैक्टीरिया है जो मनुष्यों के पाचन तंत्र में पाया जाता है. ज्यादातर ई. कोली बैक्टीरिया हानिकारक नहीं होते, लेकिन कुछ स्ट्रेन गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं.
जीबीएस एक दुर्लभ विकार है, जिसमें शरीर के हिस्से अचानक सुन्न पड़ जाते हैं और मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है. इसके साथ ही इस बीमारी में हाथ पैरों में गंभीर कमजोरी जैसे लक्षण भी होते हैं. माना जाता है कि दूषित भोजन और पानी में पाया जाने वाला बैक्टीरिया कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी इस प्रकोप का कारण है.
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