Gujarat New Legislators: गुजरात विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सत्ता में वापसी हुई है. भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए हैं. भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में उनके अलावा, 16 मंत्रियों ने शपथ ली. इनमें 9 कैबिनेट मंत्री, दो स्वतंत्र प्रभार और 6 राज्यमंत्री हैं. भूपेंद्र पटेल की नई 17 सदस्यों की कैबिनेट में अन्य पिछड़ा वर्ग से सात मंत्री हैं, चार मंत्री पाटीदार हैं जबकि दो अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं. ब्राह्मण, जैन, राजपूत और अनुसूचित जाति से एक-एक मंत्री है.


गुजरात में एक नई विधानसभा है. सत्तारूढ़ बीजेपी ने सातवीं बार सत्ता में वापसी की है. हाल ही में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने नए विधायकों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उनके आपराधिक, वित्तीय और अन्य रिकॉर्ड का विवरण दिया गया है. आइये आपको बताते हैं कि इस रिपोर्ट में नए विधायकों को लेकर कौन सी जानकारी साझा की गई है?


गुजरात के विधायकों को लेकर रिपोर्ट की 10 बड़ी बातें



  1. नई विधानसभा के 22 फीसदी यानी 40 विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. हालांकि, यह 2017 के आंकड़ों के मुकाबले कम है. पिछली विधानसभा में 47 विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की थी.

  2. 40 में से कम से कम 29 विधायकों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. गंभीर अपराधों में वे आपराध शामिल हैं, जो गैर-जमानती हैं और जिनमें अधिकतम पांच या उससे ज्यादा सालों की सजा का प्रावधान है. इनमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, मारपीट, हत्या, अपहरण, बलात्कार से जुड़े मामले शामिल हैं. 

  3. तीन उम्मीदवारों पर हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं जबकि एक विजेता ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत रेप का मामला घोषित किया है.

  4. भारतीय जनता पार्टी के 156 जीतने वाले उम्मीदवारों में से छब्बीस और कांग्रेस के 17 जीतने वाले उम्मीदवारों में से नौ ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

  5. बीजेपी के 156 नवनिर्वाचित विधायकों में से 20 और कांग्रेस के टिकट पर जीते 17 उम्मीदवारों में से चार ने अपने खिलाफ गंभीर अपराध घोषित किया है.

  6. 2017 की तुलना में इस बार ज्यादा 'करोड़पति' विजेता विधायक हैं. 182 नवनिर्वाचित विधायकों में से 151 'करोड़पति' हैं, जो 2017 की तुलना में 10 ज्यादा हैं.

  7. तीनों निर्दलीय और एकमात्र समाजवादी पार्टी के विजेता- कांधलभाई जडेजा ने एक करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है.

  8. कांग्रेस और बीजेपी के जीतने वाले उम्मीदवारों में से 80 फीसदी से ज्यादा 'करोड़पति' हैं. कांग्रेस के 17 नवनिर्वाचित विधायकों में से 14 और बीजेपी के 156 विजेताओं में से 132 ने एक करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है.

  9. सभी 156 बीजेपी विजेताओं के लिए प्रति विजयी उम्मीदवार की औसत संपत्ति 17.15 करोड़ रुपये है. 17 कांग्रेस विजेताओं के लिए, यह आंकड़ा 5.51 करोड़ रुपये है.

  10. बीजेपी के जयंतीभाई पटेल आने वाली विधानसभा में सबसे अमीर विधायक हैं, जिनकी संपत्ति 661 करोड़ रुपये से ज्यादा है. बीजेपी के कोकणी मोहनभाई ढेडाभाई 18.56 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सबसे गरीब उम्मीदवार हैं.


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