गुजरात: अभी तक आपने किन्नरों को सफर के दौरान लोगों से पैसे ऐंठते देखा होगा. पैसे देने से आनाकानी करनेवालों को किन्नर किस तरह अपमानित करते हैं ये भी आपकी नजरों के सामने घूम रहा होगा. यहां तक कि कभी-कभी इलाके के बंटवारे को लेकर उनमें आपसी गैंगवार की खबरों को भी सुना होगा मगर लॉकडाउन के कारण किन्नर समुदाय की पहल को जानकर आप अपनी सारी कड़वी यादों को भूलाने पर मजबूर हो जाएंगे.
लॉकडाउन के बीच किन्नर समुदाय ने बढ़ाया हाथ
देश में लॉकडाउन के कारण लोगों की आर्थिक गतिविधियों पर पहरा लग गया है. उनका घरों से बाहर निकलकर रोजी रोटी कमाना मुश्किल हो गया है. संकट की इस घड़ी में सबसे ज्यादा प्रभावित दिहाड़ी मजदूर और झुग्गी झोपड़ियों में रहनेवाले हो रहे हैं. ऐसे में एक वर्ग ने उनकी मदद करने की पहल की है. सूरत में किन्नर समुदाय वंचित तबके के बीच चावल, आटा, तेल, चीनी, चायपत्ती समेत कई अन्य जरूरी सामानों का वितरण कर रहा है. झुग्गी झोपड़ियों में रहनेवालों के बीच 150 सदस्यों का किन्नर समुदाय मदद को आगे आया है. ये समुदाय शहर में समाज के वंचित तबके के बीच जाकर उनके दुख की घड़ी में काम आ रहा है.
गरीबों के बीच जाकर जरूरी सामानों की आपूर्ति
हालांकि लॉकडाउन के कारण पैदा हुए संकट की घड़ी में समाज के सभी लोग अपने-अपने तौर पर गरीबों की मदद कर रहे हैं. सेलेब्रिटीज से लेकर उद्योगपति, राजनेता से लेकर आम आदमी प्रधानमंत्री की अपील पर आगे बढ़कर दान दे रहे हैं मगर सूरत के किन्नर समुदाय की पहल ने लोगों का दिल जीत लिया है.
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