गुजरात चुनाव के बाद कांग्रेस ने सार्वजनिक बयानबाजी में मर्यादा बनाए रखने की अपील की
शर्मा ने कहा कि राहुल ने सार्वजनिक बयानबाजी में मर्यादा बनाए रखते हुए गुजरात में एक बेहद ‘साहसी’ और जोश से लबरेज चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया.
नयी दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान आरोप प्रत्यारोप से राजनीतिक बयानबाजी में छिन्न भिन्न हुई मर्यादा को देखते हुए कांग्रेस ने देश में राजनीतिक बयानबाजी में मर्यादा बनाए रखने का आह्वान किया.
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि किसी को भी ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए जो तथ्यों से इतर हो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, पार्टी और अपने नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव के दौरान उठाए गए सवालों के जवाब मांगना जारी रखेगी.
शर्मा ने कहा कि राहुल ने सार्वजनिक बयानबाजी में मर्यादा बनाए रखते हुए गुजरात में एक बेहद ‘साहसी’ और जोश से लबरेज चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया.
कांग्रेस के नये अध्यक्ष राहुल ने चुनाव नतीजे को ‘बहुत अच्छा’ और अपनी पार्टी के लिए नैतिक जीत बताया. चुनाव नतीजे में बीजेपी ने राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 99 पर जीत हासिल की जबकि कांग्रेस के खाते में 77 सीटें गयीं.
कांग्रेस प्रवक्ता ने चुनाव नतीजे को ‘ऐतिहासिक और अभूतपूर्व’ बताने के मोदी के दावे को खारिज करते हुए उनसे अपने ये शब्द वापस लेने को कहा क्योंकि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती सहित भगवा दल के कई दिग्गज नेताओं को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.
शर्मा ने आरोप लगाया कि गुजरात चुनाव के दौरान अभूतपूर्व धन, संसाधन, ताकत, प्रशासन, केंद्र और राज्य सरकारों की शक्तियों का ‘दुरूपयोग’ किया गया.
शर्मा कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की लोकप्रियता के बढ़ने या घटने का आकलन केवल इस बात से किया जा सकता है कि उनके (बीजेपी) मत प्रतिशत में (लोकसभा चुनाव की तुलना में) 11 प्रतिशत की कमी आयी और उन्होंने 15 सीटें भी गंवा दीं. कांग्रेस पार्टी का मत प्रतिशत, जैसा कि मैंने अभी-अभी कहा, 11 प्रतिशत बढ़ गया. और बाकी का विश्लेषण होता रहेगा.’’