निजामी ने पीएम मोदी को लिखा खत
निजामी ने अपने खत में लिखा है, ‘’मुझे गर्व है कि मैं एक भारतीय हूं. आपने एक फर्जी ट्वीट का हवाला देकर मेरा नाम गुजरात चुनावों में लिया है. मैं आपके लिए एक तिनके समान हूं और आपको इस तिनके का नाम लेना पड़ा जिससे साबित हो गया है कि गुजरात में आपकी नाव डूब रही है.’’
इस विवाद का असर अहमदाबाद की सड़कों पर दिखने भी लगा है. सरदाल पटेल एकता मंच नाम की एक संस्था ने शहर में कई जगहों पर इस तरह के बैनर लगा दिए हैं.
क्या है पूरा विवाद?
सलमान निजामी जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. सलमान निजामी के ट्विटर हैंडल से साल 2013 में आतंकी अफजल के समर्थन में एक ट्वीट किया गया था, जिसका जिक्र पीएम मोदी ने शनिवार को गुजरात की एक रैली में किया. पीएम मोदी ने निजामी को कांग्रेस का नेता बताया था. लेकिन कांग्रेस ने सलमान निजामी को अपना नेता मानने से इनकार कर दिया.
क्या कहा था पीएम मोदी ने?
पीएम मोदी ने रैली में कहा, ‘’कांग्रेस नेता कहते हैं कि हर घर से अफजल निकलेगा. लेकिन यहां का मुस्लिम भी ऐसा नहीं कहता. क्या गुजरात की जनता इसे माफ करेगी?’’ उन्होंने कहा, ‘’वह गुजरात में चुनाव प्रचार करने आया है. वो कहता है कि हमें आजाद कश्मीर चाहिए. वो कहता है कि देश की सेना रेपिस्ट है. मां-बहनों का बलात्कार करने वाली सेना है. क्या गुजरात की जनता इसे माफ करेगी?’’
सलमान निजामी ने एबीपी न्यूज़ पर दी थी सफाई
सलमान निजामी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ‘’वायरल हो रहे ट्वीट साल 2013 के हैं और यह फेक ट्वीट थे. इस बारे में मैंने साल 2015 में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी.’’ उन्होंने कहा है कि मैं कांग्रेस का सदस्य हूं और 'हर घर से अफजल निकलेगा' वाला ट्वीट मेरा नहीं है. मेरा अकाउंट हैक हो गया था.’’
निजामी ने आगे कहा, ‘’मैं उस पार्टी के साथ हूं जिसने अफजल गुरु को फांसी दी थी. मैंने कभी अफजल गुरु को शहीद नहीं कहा. मैं खुद आतंकवाद के खिलाफ हूं और मुझे ही देशविरोधी बताया जा रहा है.’’
उन्होंने कहा, ‘’मेरे नाम पर छह अकाउंट बने हुए थे. मुझे इन ट्वीट्स के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मैं फख्र से कह रहा हूं कि मैं हिंदुस्तानी हूं.’’ उन्होंने बताया, ‘’मोदी जी झूठ बोल रहे हैं. वह फेक ट्वीट के जरिए मुझपर निशाना साध रहे हैं. मैं हमेशा अपनी सेना के साथ हूं.’’