Gujarat Electon ABP News C-Voter Survey: गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों में राजनीतिक दलों की ओर से की जाने वाली आपत्तिजनक बयानबाजी की भी संभावित भूमिका रहेगी. एबीपी न्यूज सी-वोटर सर्वे (ABP News C-Voter Survey) के नतीजे इस ओर इशारा कर रहे हैं. हाल में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) दोनों दलों की ओर से कुछ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियां एक-दूसरे के नेताओं पर की गईं लेकिन बड़ा सवाल है कि नुकसान किस पार्टी को उठाना पड़ेगा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'औकात' वाले बयान से कांग्रेस को घाटा होगा या राहुल गांधी की तुलना 'सद्दाम हुसैन' से करने पर बीजेपी को नुकसान होगा? 


पीएम मोदी ने तो गुजरात की रैलियों में कांग्रेस के हमले को मुद्दे के रूप में उछाल भी दिया. कथित विवादित बयानों और पीएम मोदी की ओर से मुद्दा बनाए गई 'औकात' वाली कांग्रेस की टिप्पणी को लेकर किए गए सवालों पर जनता ने अपनी राय दर्ज कराई. जनता की राय से कुछ हद तक अंदाजा लगता है कि किस पार्टी को विवादित बयान का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.


मोदी ने औकात वाले बयान का मुद्दा उछाल दिया है इससे बीजेपी को फायदा होगा?


स्रोत- सी वोटर 



  • हां-53%

  • नहीं-47%


सर्वे का नतीजा बताता है सबसे ज्यादा 53 फीसदी लोग मानते हैं कि कांग्रेस को उसके नेता मधुसूदन मिस्त्री के पीएम मोदी को लेकर दिए बयान से नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि इन लोगों ने बीजेपी को फायदा होने की बात कही है. पिछले दिनों एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान मिस्त्री ने कहा था, ''मोदी को औकात दिखा देंगे.'' इस पर पीएम मोदी ने गुजरात की कई जनसभाओं में पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस राज्य के जरूरी मुद्दों से इतर उन्हें औकात दिखाने पर फोकस कर रही है. पीएम ने कहा कि वह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनकी पहले से ही कोई औकात नहीं है जबकि कांग्रेस राजपरिवार से है. सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि पीएम की ओर से कांग्रेस के आपत्तिजनक बयान को मुद्दे के रूप में उछाले जाने पर बीजेपी को लोगों की सहानुभूति मिलती दिख रही है.


वहीं, राहुल गांधी को लेकर पिछले दिनों बीजेपी के फायरब्रांड नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कथित विवादित बयान दिया. सरमा ने राहुल के लुक पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता को उनके नाना जवाहर लाल नेहरू जैसा दिखना चाहिए, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसा दिखना चाहिए लेकिन वह सद्दाम हुसैन जैसे दिखते हैं. सरमा दरअसल, राहुल की बढ़ी हुई दाढ़ी को लेकर टारगेट कर रहे थे. राहुल गांधी के लुक पर सरमा की टिप्पणी को लेकर सी-वोटर ने जनता की राय जानी तो ज्यादातर लोगों ने वायनाड सांसद से सहानुभूति दिखाई. 


राहुल गांधी की तुलना सद्दाम हुसैन से करना सही या गलत?


स्रोत- सी वोटर 



  • सही-36%

  • गलत-64%


सर्वे का आंकड़ा बताता है कि सबसे ज्यादा 64 फीसदी लोगों को बीजेपी नेता की बात अच्छी नहीं लगी. देखा जाए तो चुनाव में राजनेताओं और पार्टियों की हर बात मतदाताओं के दिलो-दिमाग पर असर डालती है. अब कथित विवादित बयानबाजी का बीजेपी या कांग्रेस को फायदा होगा या नुकसान, चुनाव के नतीजे इसकी तस्दीक करेंगे. गुजरात में एक और पांच दिसंबर को क्रमश: पहले और दूसरे चरण का मतदान होना है. मतगणना 8 दिसंबर को होगी.


डिस्क्लेमर: एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने बुधवार से शुक्रवार तक यह सर्वे किया था. इसमें 1,889 लोगों से सवाल किए गए. सर्वे के नतीजें पूरी तरह से जनता की राय पर आधारित हैं, एबीपी न्यूज का नतीजों से कुछ भी लेना-देना नहीं हैं. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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