Congress Manifesto For Gujarat Election: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र (Manifesto) में मुफ्त इलाज से लेकर किसानों की कर्ज माफी तक कई एलान किए हैं. पार्टी ने घोषणा पत्र में गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) का नाम बदल कर फिर से सरदार पटेल स्टेडियम (Sardar Patel Stadium) किए जाने का भी वादा किया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने एबीपी न्यूज से कहा कि सरदार पटेल के गांव के लोग उनसे मिले. उन्होंने कहा कि हम आंदोलन चला रहे हैं कि इस नाम को बदला जाए. नरेंद्र मोदी के नाम पर कहीं और स्टेडियम बना देते. अशोक गहलोत ने स्टेडियम का नाम बदलने पर कहा कि इस प्रकार की परंपरा बीजेपी (BJP) गुजरात में डाल रही है. वह इसको किसी भी रूप में उचित नहीं मानते हैं. 


कांग्रेस ने गुजरात चुनाव से पहले अपने घोषणा पत्र में नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलकर फिर से सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम करने का एलान कर बार फिर से इस मुद्दे को गरमा दिया है. कांग्रेस ने इसके जरिए गुजराती अस्मिता का मुद्दा उठाया है. इसी साल जून में ये खबर भी सामने आई थी कि स्टेडियम का नाम बदलने की मांग को लेकर पाटीदार समुदाय ने एक आंदोलन भी किया था.


कभी हार्दिक पटेल गुट ने भी किया था समर्थन 


खास बात ये है कि इस मांग को उस गुट का भी समर्थन हासिल था, जिसने 2015 में हार्दिक पटेल की अगुआई में पाटीदार आरक्षण की मांग को लेकर गुजरात में व्यापक आंदोलन किया था. हालांकि, हार्दिक पटेल अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. बीजेपी ने उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार भी बनाया है. 


पहले भी हो चुका प्रदर्शन


नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम करने की मांग को लेकर गुजरात में पहले भी प्रदर्शन हो चुका है. इसी साल पाटीदार नेता और संगठन ने एकजुट होकर सरदार सम्मान संकल्प आंदोलन समिति नाम से एक संगठन बनाया और इस मांग को पूरा करने के लिए प्रदर्शन किया. पाटीदार नेता पहले ही बता चुके हैं कि अगर सरकार ने स्टेडियम का नाम नहीं बदला तो वो अपना विरोध तेज करेंगे. पाटीदार समाज का आरोप है कि सरकार ने पहले सरदार पटेल की एक विशाल प्रतिमा बनाई और बाद में स्टेडियम का नाम बदल दिया. 


क्या है पूरा विवाद?


दरअसल, इस पूरे विवाद के पीछे की वजह गुजरात के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर किया जाना है. बीजेपी सरकार की ओर से इस विवाद को लेकर कहा गया था कि सिर्फ मोटेरा स्टेडियम का नाम ही बदला गया है, जबकि पूरे स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का नाम अभी भी सरदार पटेल के नाम पर ही है. 


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