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राहुल का मोदी से 9वां सवाल, 'किसानों की कर्ज़ माफ़ी, फसल के सही दाम का क्या हुआ?
राहुल गांधी पिछले कई दिनों से लगातार पीएम मोदी से ट्विटर पर सवाल पूछकर अलग-अलग मुद्दों पर उनपर निशाना साध रहे हैं.
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज सुबह ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नौवां सवाल पूछा है. बता दें कि राहुल गांधी पिछले कई दिनों से लगातार पीएम मोदी से ट्विटर पर सवाल पूछकर अलग-अलग मुद्दों पर उनपर निशाना साध रहे हैं.
क्या है राहुल का पीएम से नौवां सवाल?
राहुल ने नौवां सवाल ट्वीट करते हुए पूछा है, ‘’न की कर्ज़ माफ़ी, न दिया फसल का सही दाम, मिली नहीं फसल बीमा राशि, न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम, खेती पर गब्बर सिंह की मार, छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार, PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?’’
इससे पहले राहुल ने पीएम मोदी से पूछे हैं ये आठ सवाल राहुल गांधी का पहला सवाल22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी- 9वाँ सवाल: न की कर्ज़ माफ़ी न दिया फसल का सही दाम मिली नहीं फसल बीमा राशि न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम खेती पर गब्बर सिंह की मार छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार? — Office of RG (@OfficeOfRG) December 7, 2017
22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब। गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे। 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर। प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे? — Office of RG (@OfficeOfRG) November 29, 2017राहुल गांधी का दूसरा सवाल
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से दूसरा सवाल: 1995 में गुजरात पर क़र्ज़-9,183 करोड़। 2017 में गुजरात पर क़र्ज़-2,41,000 करोड़। यानी हर गुजराती पर ₹37,000 क़र्ज़। आपके वित्तीय कुप्रबन्धन व पब्लिसिटी की सज़ा गुजरात की जनता क्यों चुकाए? — Office of RG (@OfficeOfRG) November 30, 2017राहुल गांधी का तीसरा सवाल
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब प्रधानमंत्रीजी से तीसरा सवाल: 2002-16 के बीच ₹62,549 Cr की बिजली ख़रीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? सरकारी बिजली कारख़ानों की क्षमता 62% घटाई पर निजी कम्पनी से ₹3/ यूनिट की बिजली ₹24 तक क्यों ख़रीदी? जनता की कमाई, क्यों लुटाई? — Office of RG (@OfficeOfRG) December 1, 2017राहुल गांधी का चौथा सवाल
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब प्रधानमंत्रीजी- चौथा सवाल सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर किया शिक्षा का व्यापार महँगी फ़ीस से पड़ी हर छात्र पर मार New India का सपना कैसे होगा साकार? सरकारी शिक्षा पर खर्च में गुजरात देश में 26वें स्थान पर क्यों? युवाओं ने क्या गलती की है? — Office of RG (@OfficeOfRG) December 2, 2017राहुल गांधी का 5वां सवाल
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब प्रधानमंत्रीजी- 5वाँ सवाल: न सुरक्षा, न शिक्षा, न पोषण, महिलाओं को मिला तो सिर्फ़ शोषण, आंगनवाड़ी वर्कर और आशा, सबको दी बस निराशा। गुजरात की बहनों से किया सिर्फ़ वादा, पूरा करने का कभी नहीं था इरादा। pic.twitter.com/yXvCRbxsXW — Office of RG (@OfficeOfRG) December 3, 2017राहुल गांधी का छठा सवाल
राहुल गांधी का 7वां सवाल22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी- 6ठा सवाल: भाजपा की दोहरी मार एक तरफ युवा बेरोजगार दूसरी तरफ़ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों? pic.twitter.com/KngeBgLlVp — Office of RG (@OfficeOfRG) December 4, 2017
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब प्रधानमंत्रीजी-7वाँ सवाल: जुमलों की बेवफाई मार गई नोटबंदी की लुटाई मार गई GST सारी कमाई मार गई बाकी कुछ बचा तो - महंगाई मार गई बढ़ते दामों से जीना दुश्वार बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार? pic.twitter.com/1S8Yt0nI7B — Office of RG (@OfficeOfRG) December 5, 2017राहुल गांधी का 8वां सवाल
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी-8वाँ सवाल: 39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव डाक्टरों का घोर अभाव भुज में 'मित्र' को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल? — Office of RG (@OfficeOfRG) December 6, 2017
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विनोद बंसलवीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता
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