गांधीनगर: गुजरात का चुनाव दिलचस्प मोड़ पर है, ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रख रही है. आज गुजरात को लेकर कांग्रेस की बैठक होने वाली है लेकिन बीजेपी वेट एंड वाच की नीति पर चल रही है. उम्मीदवारों की लिस्ट पर दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति की करीब 4 घंटे की बैठक हो चुकी है लेकिन लिस्ट जारी नहीं हुई.
दरअसल लिस्ट में देरी की बड़ी वजह यही मानी जा रही है कि जातीय समीकरणों को साधने के मामले में बीजेपी कोई चूक नहीं करना चाहती है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने लगभग सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं. लेकिन उनका एलान करने से पहले वो कांग्रेस की लिस्ट आने का इंतजार कर रही है. जिससे कांग्रेस में टिकटों को लेकर होने वाली कलह के हिसाब से बीजेपी अपनी लिस्ट में फेरबदल कर सके.
वहीं कांग्रेस भी यही दांव खेल रही है. टिकटों पर फैसले के लिए कल सुबह कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी थी जिसे आज शाम तक के लिए टाल दिया गया है.
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक कांग्रेस अपने मौजूदा सभी 43 विधायकों को टिकट देगी. कांग्रेस को पाटादीर नेता हार्दिक पटेल और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर के समर्थकों को भी टिकट देना होगा. खबर है कि हार्दिक अपने 10 साथियों के लिए और कांग्रेस में शामिल हो चुके अल्पेश ठाकोर 15 से 20 टिकट चाहते हैं, कांग्रेस की दुविधा ये है कि यहां पार्टी संगठन के पुराने चेहरे को टिकट दे या फिर हार्दिक या अल्पेश के समर्थकों को.
कांग्रेस जहां एक तरफ दलित, ओबीसी और पाटीदारों को अपने साथ जोड़ने की जुगत में लगी है वहीं उसके परंपरागत वोटर माने जाने वाले मुस्लिमों ने सूरत में नई मुश्किल खड़ी कर दी है. यहां जगह जगह पोस्टर लगे हैं कि अगर कांग्रेस ने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिए तो वोट भी नहीं मिलेंगे. यही वजह है कि कांग्रेस के लिए भी उम्मीदवारों को लिस्ट फाइनल करना मुश्किल होता जा रहा है.